सड़क हादसे में दो दोस्तों की दर्दनाक मौत; जलडेगा का तेलेंगा नाला खून से हुआ लाल

जलडेगा में हर साल तकरीबन 50 लोग हो रहे हैं दुर्घटना का शिकार,  इनमे कई लोगों की ट्रैफिक नियमों को नहीं मानने से भी जा रही जान

जलडेगा:प्रखंड में सड़क दुर्घटना एक बड़ी समस्या बन गई है। सड़क दुर्घटना के कारण कई लोग असमय रहते काल के गाल में समा चुके हैं। फिर भी सड़क दुर्घटना रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करना बताया जाता है। कई सड़क दुर्घटनाओं में बिना हेलमेट, सीट बेल्ट आदि नहीं लगाने की वजह से दुर्घटना घटी है। तो कहीं कई लोग चालकों की लापरवाही के कारण भी दुर्घटना के शिकार हुए हैं, जिससे कइयों की मौत भी हो चुकी। पिछले एक सप्ताह की बात करें तो जलडेगा थाना क्षेत्र में दो सड़क दुर्घटना हुई जिसमें 2 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। और दो लोगों की हालत गंभीर बताई गई है। 

क्या है मामला

जलडेगा थाना क्षेत्र स्थित तेलंगा नाला पुल में सोमवार की रात मोटरसाइकिल दुर्घटना में दो बाइक सवार युवकों लोगों की मौत हो गई। एक की पहचान महेश प्रसाद सिंह, बानो के बांकी पंचायत के रामजोल निवासी तथा दूसरे एक युवक की पहचान जगदीश सिंह, पिता

मंगर नाथ सिंह, उम्र लगभग 30 वर्ष, गांव बेड़ा इरगी, थाना बानो, सिमडेगा के रूप में की गई है। दुघर्टना बाइक के असंतुलति होकर नाले में गिरने और चट्टान से टकरा जाने के चलते हुई है। जिसमे एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई तथा दूसरे ने जलडेगा अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया की जगदीश गुजरात में काम करता था, उसे बानो से ट्रेन पकड़ना था लेकिन किसी कारण से ट्रेन छूटने के बाद महेश अपनी साथी जगदीश को बाइक में बैठाकर जलडेगा से होकर राउरकेला स्टेशन जा रहा था। इस बीच दोनो जलडेगा थाना क्षेत्र के तेलेंगा नाला के पास दुर्घटना का शिकार हो गए।

प्रखण्ड में कई ऐसे दुर्घटना संभावित क्षेत्र, जहां गिरना मतलब मौत को गले लगाना

मनोहर डाउन, तेलेंगा नाला, भीतबुना पुल, लाडो चौक, देवदरहा नाला आदि कई ऐसे जगह हैं जिन्हे डेंजर जोन के रूप में जाना जाता है। जहां हर साल लगभग 50 से भी ज्यादा दुर्घटनाएं होती है। जिसमें 10 प्रतिशत लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो जाती है तो कई घायल इलाज के दौरान दम तोड़ देते हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इन क्षेत्र में सड़क दुर्घटना रोकने के लिए सड़क चौड़ीकरण व छोटा छोटा ब्रेकर और सड़क किनारे दुर्घटना संभावित क्षेत्र का साइन बोर्ड लगाना चाहिए।

Related posts

Leave a Comment