जारी:– चैनपुर अनुमंडल अन्तर्गत जारी प्रखंड में अवैध रूप से बालू उठाव को रोकने के लिए जारी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर पंचायत अंतर्गत कमलपुर बालू घाट,घाट में नदी किनारे जारी पुलिस के द्वारा ट्रेंच गड्ढा खोदा गया।बुधवार सुबह जारी पुलिस की मौजूदगी में जेसीबी मशीन से ट्रेंच खोदा गया।साथ ही थाना प्रभारी आदित्य कुमार ने कहा कि अवैध रूप से बालू का उठाव पूर्ण रूप से बंद ही इसके लिए यह कदम उठाया गया है।यदि चोरी छुपे कोई व्यक्ति बालू का अवैध उठाव किसी प्रकार कर लेते हैं।और पकड़े जाते है।तो उनलोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।साथ ही बालू घाटों में ट्रेंच खोदे जाने की सूचना पर बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।बताते चले की इन सभी घाटों से चोरी छुपे बालू निकालकर बालू माफिया छत्तीसगढ़ के जसपुर जिला में हाई रेट पर बेचा करते थे।जिसकी सूचना पर प्रखंड प्रशासन कई बार बालू घाटों का निरीक्षण कर चुके हैं।इसके बाद ही आज ट्रेंच खोदा गया है।जिसके बाद बालू माफिया की लाख कोशिश करने के बाद भी अब बालू का उठाओ संभव नहीं है।क्योंकि नदी का आधा हिस्सा झारखंड और आधा हिस्सा छत्तीसगढ़ में पड़ता है। तो झारखंड का हिस्सा में पानी पूरी तरह से सूख चुका है।वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के हिस्से में पानी का बहाव आज भी तेज गति से बह रहा है।तो बालू का उठाव झारखंड का हिस्सा से ही बालू माफिया बड़ी चतुराई के साथ किया करते थे।इन बालू घाटों पर अवैध रूप से बालू उठाव को लेकर जारी प्रखंड प्रशासन के द्वारा बालू नही उठाव करने को लेकर बोर्ड लगाया गया था।लेकिन बालू माफियाओ के द्वारा बोर्ड को छतिग्रत कर दिया गया है।और तत्काल में बोर्ड का नामोनिशान तक नही है।ज्ञात हो कि बालू माफिया चोरी छिपे इन बालू घाटों से बालू निकालकर भेजते है।और बदले में ट्रेक्टर मालिको से प्रति गाड़ी 200 रुपये का उगाही करते है।उगाही करने को लेकर गोविंदपुर,तिगरा, कमलपुर गांव के माफिया कई बार आपस मे मार पीट भी कर चुके है।जिसका मामला थाना तक भी पहुंच चुका था।फिलहाल में इस कार्य मे जशपुर के निवासी ज्योति गुप्ता पैर जमाने का कोशिस में लगे हुए थे।इस कार्य को देख रेख भी कर रहे थे।और ज्योति गुप्ता का कहना है।कि हम सभी बालू घाटों का टेंडर ले लिए है।और हमारे पास सारा कागजात भी है।कागजात का बात सही है य गलत है।यह तो जांच का विषय है।और सबसे बड़ी बात तो यह है की बालू माफिया बहुत ही चतुराई के साथ कार्य करते हैं।बालू घाट और गोविंदपुर की दूरी 3 किलोमीटर है।बालू माफिया अपना एक आदमी गोविंदपुर चौक के पास खड़े रखते हैं। ताकि प्रशासन जैसे ही गोविंदपुर पहुंचे।तो गोविंदपुर चौक में खड़े बालू माफिया के लोग बालू माफिया को इसकी सूचना दे दिया करते है।इसके बाद बालू माफिया अपने आप संभल जाते हैं।और बालू का उठाव बंद करने के साथ साथ ट्रेक्टर को भी हटा देते है।
