सिमड़ेगा पार्वती शर्मा इंटर कॉलेज के कैंपस में 3 लड़कियों का आदिवासी छात्रावास है, जिसमे पुरूषों का बिना अनुमति प्रवेश निषेध है ।लेकिन आज हॉकी खेल जो कि सिमड़ेगा की पहचान है। उसे माध्यम बनाकर यहाँ लोग घुस रहे, मनमानी कर रहे और हॉस्टल के नियम के साथ लड़कियों की प्राइवेसी को भांग किया जा रहा। जिसके लिए कांग्रेस प्रदेश सदस्य सह इंटक प्रदेश सचिव दिलीप तिर्की ने पार्वती शर्मा इंटर कॉलेज के कैंपस में 3 लड़कियों का आदिवासी छात्रावास के बचियों के साथ मिलकर इन सब मनमानी को रोकने के लिए उपायुक्त महोदया को 105 बचियों ने हस्ताक्षर कर आवेदन दिया। जिसमें स्पष्ट बचियों द्वारा कहा गया है कि हमारे मैदान में खेल को बंद कराया जाय। चूंकि बार बार खेल आयोजन से स्कुल और बच्चियों को पढाई नुकसान और नियम तोड़ा जाता है। अभी नेशनल स्तर का हाॅकी टुर्नामेंट आयोजित हो रहा है। ये जिला के लिए सौभाग्य की बात है। लेकिन जिला के इस सौभाग्य के लिए हर बार आदिवासी हॉस्टल की बच्चियों को अपनी पढ़ाई बाधित करना पड़े यह गलत है। लड़कियों ने यह भी बताया कि जब भी आयोजन हुआ है तब हम सबको असुविधा, हमारे सामानों की क्षति, टॉयलेट तक तोड़ दिया गया है, खुलकर हम अपने ही हॉस्टल में इधर उधर नही जा सके हैं। और जब यहां पुरुषों का आना वर्जित है तो ऐसा हमारे साथ क्यो होता है। बार बार लिखित देने के बाद भी यही होता रहा है।दिलीप ने यह भी कहा कि लड़कियों का हॉस्टल एक ऐसा जगह है जहाँ जन्म देने वाला पिता को अपनी बेटी से मिलने के लिए बार बार वहाँ के प्रबंधक से अनुमति लेनी होती है तब जाकर एक पिता अपने बेटी से मिलता है। लेकिन हॉकी को हमारी हॉस्टल की बचियों की भावना और इज्जत को तार तार करने का जरिया बना लिया गया है। मैच आयोजन होने से प्रैक्टिस का बहाना मिल जाता है कभी भी कोई भी अंदर बाहर आ जाता है जो नही होना चाहिए। दिलीप ने यह भी कहा बार बार ऐसा कर हमारी आदिवासी बचियों के साथ गलत होने नही दूँगा। मैं भी हॉकी अकेडमी से जुड़ा हूँ लेकिन ऐसी चीजों में किसी का समर्थन करना गलत है। आज हम अपने घर मे स्त्रियों का सम्मान बचाने के लिए जान दे देते लेकिन ये कैसा सिस्टम है जो बचियों का मान सम्मान को खेल माध्यम बनाकर तार तार किया जा रहा। चूंकि आज हमारे जिला में एक महिला ही उपायुक्त हैं जो शायद इन बचियों का दर्द समझेंगी और इन सबपर रोक लगाएंगी। और बचियों का निजता का जो हनन हो रहा वह रोक जा सकेगा।
