कोनमेरला में जमीयत उलेमा ए हिन्द के तत्वावधान मे जमीयत सद्भावना मंच का आयोजन किया गया

जलडेगा प्रखंड के कोनमेरला में जमीयत उलेमा ए हिन्द सिमडेगा के तत्वावधान मे जमीयत सद्भावना मंच का आयोजन किया गया। बच्चियों द्वारा स्वागत और सद्भावना गीत प्रस्तुत किया गया।मौलाना असिमुला ने जमीयत इलम ए हिन्द से आवाम को परिचय कराते हुए इसकी उद्येश्य की जानकारी देते हुए बताया कि यह मंच हमेशा इन्सानियत को मजहब से उपर मानते हुए सभी धर्म के जरूरत मन्द लोगो की मदद करती है करती रहेगी। हमारा हिन्दुस्तान मुल्क मे सबसे अच्छा और निराला है संविधान सबको बराबर का अधिकार देती है। जहाँ मंदिर और गिरजा का घन्टी की मधुर आवाज और मस्जिद की आजान की आवाज के साथ दिन की शुरुआत करते हैं और संध्या आरती की गुन्ज और आजान की आवाज के साथ दिन की समाप्ति होती है। मंच पर मौजूद मौलाना मिन्हाजुद्दिन, पंडित अरूण मिश्रा, फादर निस्तोर एक्का, प्रचार इतमोन सुरिन, मुखिया अनिमा तोपनो, सुबास साहु आदि ने अपने अपने सम्बोधन में कहा कि हम एक दुसरे से प्रेम करेंगे तब ही भगवान की असली इबादत होगी अपने पुराने यादो को ताजा करते हुए कहा कि बर्षो पहले हम होली ईद एक्समस दिवाली मुहर्रम एक साथ मिलकर मनाते थे एक दुसरे को बधाई संदेश देते थे शादी-ब्याह में सरीक होते थे एक साथ एक पांत में बैठकर खाना खाते थे। जो अभी के दौर में गलत अफवाह और गलत फहमी भरी जहरीली सोशल मीडिया के प्रचार के कारण आपसी दूरियां बढ़ती जा रही है ऐसा प्रतीत होता है सबो ने कहा इश्वर अल्लाह एक है सभी दुनिया मे नंगे खाली हाथ आते हैं सभी का खून लाल है अस्पताल मे खून की जरूरत होती है तो यह नहीं देखा जाता कि यह खून किस मजहब का है सिर्फ ब्लड ग्रुप देखा जाता है। अभी जरूरत है सभी अपनी मजहब को मानते हुए इन्सानियत को मजहब से उपर रख कर पुर्व की तरह आपसी सौहार्द सद्भावना को पुनर्जीवित किया जाय। जिससे देश की बिकास की गती तेज होगी ।जिससे हमारे बच्चे शिक्षित होंगे और आगे चलकर डॉक्टर, इन्जीनियर, आईएएस आफिसर बनेंगे।

मंच संचालन मौलाना फिरोज ने किया मौके पर प्रभूसहाय होरो, संजु साहू, मोतीउर रहमान, राहुल नाग, सौकत अली, मौ सेराज, सौकत अंसारी, शंकर साहु आदि मौजूद थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में तस्लीम, प्रवेश, अकरम, अफताब, मना अंसारी आदि कई अन्य लोगों की भूमिका रही।

Related posts

Leave a Comment