बानो:-आदिवासी एकता मंच के तत्वाधान में सरहुल पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया।इस अवसर पर सरना स्थल से बिरसा चौक होते हुए जयपाल सिंह मैदान तक सरहुल शोभा यात्रा निकाली गयी।सरहुल शोभा यात्रा में काफी संख्या में महिला पुरुष नाचते गाते शामिल हुए।सरहुल शोभायात्रा बिरसा चौक पहुंचने पर भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर लोगों ने माल्यार्पण किया।शोभा यात्रा का स्वागत भगवान बिरसा मुंडा खेल समिति के द्वारा किया गया शोभायात्रा में शामिल लोगों के बीच शरबत का विचारण किया गया।यहां प्रदीप सिंह ,अरविंद साहू ,विक्की मेहता,मो साबिर ,संतोष साहु,दीपक होरो, के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।इससे पुर्व स्टेशन रोड स्थित सरना स्धल में पाहन परमोद लुगुन ,पीटर समद,सेलेम समद, जेवियर कन्डुलना,सोतों पहान,बुधवा पहान,बिरसा पहान,अनिलियुश पहान,मनबोद पहान, हन्दू मुन्डु,बिरसा समद ने सरना स्थल में विधिवत पूजा अर्चना किया इसके बाद सभी के सखुआ फुल दिया।जयपाल सिंह मैदान में नाच गान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में सिंजांग ,थॉमस स्कूल बानो, जराकेल पहनतोली प्रोजेक्ट बालिका, चकलावास बुरूहोंजर, सदाबहार टोली, बानो गिरजा टोली, पाहन टोली बानो के नृत्य मंडलियो ने भाग लिया।

बेहतर प्रदर्शन करने वाले सभी नृत्य मंडलियो को आदिवासी एकता मंच के सदस्यों के द्वारा पुरस्कृत किया गया। लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति का पर्व सरहुल प्रकृति से जुड़ा हुआ है हमें प्रकृति की रक्षा करने के लिए संकल्प लेना चाहिए आज पर्यावरण को संतुलित बनाने के लिए प्रकृति का संरक्षण करना आवश्यक है प्रकृति से हमारी जीविका चलती है प्रकृति हमारी धरोहर भी है ।प्रकृति बचेगा तो जंगली जानवरों का भी अस्तित्व बचेगा पेड़ पौधे सुरक्षित रहेंगे तो आने वाला पीढ़ी को भी बेहतर कल मिलेगा।इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य बिरजो कन्डुलना, प्रखंड प्रमुख सुधीर डांग, आदिवासी एकता मंच अध्यक्ष बिलकना बगरैला, सचिव अनुप मिंज ,पुजार सुधीर लुगुन,अमुस कडुंलना,अनमोल लुगुन,सोमारी कैथवार,मैकलीन लुगुन, के अलावा एवं विभिन्न गांवों से लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन जगदीश बागे ने किया।
