सिमडेगा:- बीएसएफ मेरू कैम्प हजारीबाग के डिप्टी कमांडेंट एच के पाठक ने शहीद पीटर कुजूर के पत्नी बबली कुजूर को केरसई थाना पहुंच आपरेशनल कैज्यूल्टी प्रमाण पत्र दिया। डिप्टी कमाण्डेन्ट ने बताया कि शहीद पीटर कुजूर जो कि सिमडेगा जिला के केरसई प्रखण्ड के रूसु टोली के रहने वाले थे। 27 मार्च 1998 को जम्मू एवं कश्मीर में सी आई रोल में तैनाती के दौरान देश की रक्षा करते हुए उन्होने अपने प्राणो का बलिदान दिया। फरवरी 1998 में उनका विवाह हुआ था, देश की रक्षा करते हुए मार्च 1998 को वीरूगति को प्राप्त कर गयें। 27 मार्च 1998 को 96 बटालियन, सीमा सुरक्षा बल द्वारा एक विशेष घेरा और तलाशी अभियान चलाया गया। गांव में तालाशी अभियान के दौरान एक आतंकवादी जो कि घना झाड़ियों में छिपा हुआ था, उसने पहाड़ी की चोटी से नीचे आ रहे सैन्य दल पर अंधाधुंध गोली चला दी जिसमें आरक्षक पीटर कुजूर के सिर में बाई तरफ कई गोलियां लगी। गोलियां लगने के बावजूद भी वह आखिरी सांस तक आतंकवादियों से लगातार लड़ते हुये वीरगति को प्राप्त हो गए और उन्होने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होने बताया कि शहीद पीटर कुजूर की पत्नी बबली कुजूर को 4 हजार स्क्वायर फीट में भवन निर्माण हेतु श्री सिमेन्ट के तरफ से फ्री में सिमेन्ट भी उपलब्ध कराया जायेगा।
