सिमडेगा:वीर शहीद तेलंगा खड़िया की पुण्यतिथि के मौके पर रविवार को तेलंगा खड़िया स्मारक समिति के द्वारा सिमडेगा के घोड़बहार स्थित स्मारक स्थल पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर समिति के मतियास कुल्लु उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा इनका जन्म गुमला जिले के सिसई प्रखंड के मुरगू गांव में फरवरी 1806 में हुआ था। उन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ जुरी पंचायत का गठन करते हुए अंग्रेजों से लोहा लेते हुए उन्हें परा किया था। बताया जाता है कि अंग्रेजो ने वीर शहीद तेलंगा खड़िया को मारने के लिए चार हजार रु. का प्रलोभन बोधन सिंह को दिया था। जिन्होंने 23 अप्रैल 1880 ई. में सरना पूजा स्थल पर गोली से मारकर वीर शहीद की हत्या कर दी थी। वीर शहीद तेलंगा खड़िया अंग्रेजो के द्वारा मालगुजारी, अत्याचार, शोषण के विरुद्ध आवाज उठाई थी। जिससे अंग्रेज उनसे काफी खफा थे। उन्होंने सभी लोगो से आपसी मेल मिलाप के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल में रहने की शिक्षा देते हुए अपने हक और अधिकार के लिए लोगो को संगठित होने की जरुरत बतलाई थी। आज संकल्प लेने का समय है कि हम उनके बताए मार्ग पर चलकर आपसी सौहार्द पूर्ण के माहौल में रहते हुए अपने हक और अधिकार के लिए आवाज बुलंद करें। इस मौके पर नगर परिषद अध्यक्ष पुष्पा कुल्लू,लिबनुस टेटे,आदिवासी छात्र संघ के रोशन डुंगडुंग ,प्रवीण एक्का सहित काफी संख्या में समाज के लोग थे।
