ठेठाईटांगर:-पीरामल फाउंडेशन द्वारा गुरुवार को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय ठेठईटांगर में साइंस स्ट्रीम के प्रचार के लिये प्रोजेक्ट बेसड लर्निंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देश अनुसार क्लास 6, 7 और 8 के स्टूडेंट्स के साथ वॉटर फिल्ट्रेशन, कचरा प्रबंधन और कम्पोस्टिंग, किचन गार्डन विषय के उपर दश दिवसीय कार्यक्रम चलाया गया। पिरामल फाउंडेशन के अर्नब कुमार साउ के नेतृत्व में किया गया। इस कार्यक्रम से छात्रायों का रुझान साइंस स्ट्रीम की ओर बढ़ा है। प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग एक छात्र-केंद्रित शिक्षण पद्धति है, जो हाथों-हाथ, अनुभवात्मक शिक्षा पर जोर देती है। इसमें छात्रों को एक चुनौतीपूर्ण समस्या या प्रश्न दिया जाता है और समाधान या उत्तर बनाने के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने के लिए कहा जाता है। इसका उपयोग अक्सर विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे विषयों में किया जाता है, लेकिन इसे विभिन्न विषयों पर लागू किया जा सकता है। पीबीएल का मुख्य लक्ष्य महत्वपूर्ण सोच, समस्या समाधान और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना है। केवल तथ्यों या सूत्रों को याद करने के बजाय, छात्रों को सामग्री के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने और वास्तविक दुनिया की स्थितियों में इसे लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ऐसा करने से, वे विषय वस्तु की गहरी समझ विकसित करने और इसे लंबे समय तक बनाए रखने में बेहतर ढंग से सक्षम होते हैं। कार्यक्रम के समापन मौके पर चंद्रसिंह पाढ़बि, विद्यालय की शिक्षिका सुनीला भेन्गरा, पूनम साहू, ममता कुमारी, किरण कुमारी आदि मौजुद थे।
