ईसाई आदीवासी भाषा सांस्कृतिक परम्परा को नही भूले

ठेठईटांगर: ठेठईटांगर प्रखण्ड सलगापोष पारिश मैदान में रविवार को मसीही समुदाय के द्वारा भाषा संस्कृति परम्परा के अनूरूप सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया।जिसमें कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी उपस्थित हुए।विधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज हम सभी देश के कट्टरपंथी सोच वालों के आदिवासियों के प्रति सोच और षड्यंत्र से चिंतित हैं।आज अप्रत्यक्ष रूप से हम ईसाई आदिवासियों को अधिकार और हमारे धर्मों से वंचित करने के लिए एक से एक षडयंत्र रचा जा रहा है। कभी कहा है कि जो आदिवासी समाज दुसरे धर्म को अपना लिए हैं उन्हें आदिवासी के अधिकार से वंचित किया जाए। हमारे आने वाले वंशजों को नौकरी के अधिकार से रोकने का प्रयास किया जा रहा है। ईसाई आदिवासी को डीलिस्टिंग के माध्यम से आदिवासियत से वंचित करने का सोच रखते हैं, जिससे कि हमारे कीमती जंगल और जमीन पर कब्जा किया जा सके, क्यों कि हम आदिवासियों का मूल जीविका का साधन यही हमारा जंगल और जमीन है। विरोधियों के द्वारा हम आदिवासियों को प्रताड़ित और आदिवासियत से बंचित करने के लिए बार बार कहा जाता है कि ये ईसाई समुदाय के लोग जबसे ईसाई धर्म को अपना लिए हैं तब वो अपने भाषा संस्कृति परम्परा को भूल गए हैं, जबकि ऐसा आरोप एकदम से निराधार है कार्यक्रम में 25 समूहों के द्वारा अपने आदिवासी वेशभूषा में नाच गान ढ़ोल नगाड़ा मांदर के साथ प्रस्तुत किए। जिसे विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी के द्वारा 25 समूहों को साड़ी एव 5 समुहो को मांदर दिया गया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से फादर जेम्स लकड़ा,मंच संचालन बसंत तिर्की ने किया मौके पर समी आलम, रावेल लकड़ा, प्रखण्ड प्रमुख बिपिन पंकज मिंज, प्रखण्ड अध्यक्ष अशफाक आलम जमीर अहमद ,जमीर हसन, मोहम्मद कारू, वाहिद आदि उपस्थित थे ।