आदिवासी समुदाय  अपनी भाषा, संस्कृति, परंपरा को रक्षा करने की जरूरत है:- नमन बिक्सल कोंगाड़ी

जलडेगा प्रखंड अंतर्गत परबा पंचायत के ढेंगुरपानी जामपानी टोली में मुंडा समाज के द्वारा पत्थलगाड़ी समारोह का आयोजन बहुत ही धुमधाम के साथ किया गया। इस पत्थलगाड़ी कार्यक्रम में कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र के बिधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।आयोजन समिति और उपस्थित लोगों के द्वारा बिधायक का स्वागत किया गया तत्पश्चात पत्थलगाड़ी कार्यक्रम की सम्पूर्ण विधि को मुंडा राजाओं के द्वारा  किया गया।विधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी का मैं विशेष आभार प्रकट करता हूँ और धन्यवाद देता हूँ कि आपके आमंत्रण की वजह से आज मैं इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ हूँ।क्योंकि हमारे मुंडा समाज की एक विशेष पहचान है पत्थलगाड़ी। विधायक  ने सभी आदिवासी समुदाय को जागरूक होने का आग्रह करते हुए कहा कि आज के बदलते परिवेश में आदिवासी समाज को अपनी अस्मिता को बचाने के लिए अपनी भाषा, संस्कृति और परंपरा की रक्षा करने की जरूरत है तथा इस परम्परा को आने वाली पीढ़ी को देने की जरूरत है ताकि हम आदिवासी अपने बहुमूल्य परम्परा को बचा सकें।पत्थलगाड़ी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि पत्थलगाड़ी उन पत्थर स्मारकों को कहा जाता है जिसकी शुरुआत इंसानी समाज ने हजारों साल पहले की थी। यह एक पाषाणकालीन परंपरा है जो आदिवासियों में आज भी प्रचलित है।माना जाता है कि मृतकों की याद संजोने, खगोल विज्ञान को समझने, कबीलों के अधिकार क्षेत्रों के सीमांकन को दर्शाने, बसाहटों की सूचना देने, सामूहिक मान्यताओं को सार्वजनिक करने आदि उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रागैतिहासिक मानव समाज ने पत्थर स्मारकों की रचना की। पत्थलगाड़ी की इस आदिवासी परंपरा को पुरातात्त्विक  कहा जाता है।भुमिज और मुंडा समुदाय के अनुसार पत्थलगाड़ी के कई प्रकार होते हैं।पत्थलगाड़ी के माध्यम से  मुंडा समुदाय अपने इतिहास अपनी संघर्ष, अपनी जीत और अपनी संस्कृति को एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी तक पत्थलगाड़ी  के माध्यम से पहुंचाया जाता है पत्थलगाड़ी 12 प्रकार के होते है होरा दिरी,गंडू दिरी,सिमान दिरी, अखड़ा दिरी, बोः दिरी, ससन दिरी,ओर लदी ससन,रचा दिरी,अदिंग  दिरी , मांगो दिरी,सिलट दिरी, जुनुल दिरी, और सभी  पत्थलगाड़ी का अपना अलग अलग महत्व है। पत्थलगाड़ी कॉम्पट मुंडा 22 पड़हा  के द्वारा मुंडा संस्कृति से स्थापित किया जाता है।

इस कार्यक्रम में जिला विधायक प्रतिनिधि सह अल्पसंख्यक कांग्रेस जिलाध्यक्ष रावेल लकड़ा, प्रखंड अध्यक्ष सुशील जड़िया, सचिव पंकज कुमार साहु,मण्डल अध्यक्ष अमर तोपनो,परबा पंचायत अध्यक्ष मशीहदास तोपनो, परबा प्रगना के प्रगनादार बीरेंद्र जोजो, कॉम्पट मुंडा 22 पड़हा केंद्र पकरा के महामंत्री सह मुंडा समाज प्रवक्ता लुथर तोपनो, जेम्स धनवार सहित सैकड़ों की संख्या में मुंडा राजा और समाज के लोग उपस्थित थे।

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