सिमडेगा: सुंदर नर्सरी के समीप आयोजित सरस फूड फेस्टिवल 2025 का समापन बुधवार को भव्य माहौल में हुआ, जिसमें झारखंड के सिमडेगा जिले की स्वयं सहायता समूह की दीदियों ने अपनी पारंपरिक पाक-कला से राष्ट्रीय मंच पर विशेष पहचान बनाई। समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया।29 नवंबर से 9 दिसंबर तक आयोजित इस फेस्टिवल में देशभर के स्वयं सहायता समूहों ने भाग लिया। सिमडेगा के ठेठईटांगर प्रखंड की दीदियों द्वारा लगाए गए स्टॉल ने झारखंडी व्यंजनों की प्रामाणिकता, स्वाद और संस्कृति की अनूठी झलक पेश की। इनके द्वारा तैयार किए गए व्यंजनों और उत्पादों ने बड़ी संख्या में आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया और झारखंडी पाक-परंपरा को नए स्तर पर स्थापित किया।समापन समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों ने सिमडेगा के स्टॉल का भ्रमण कर दीदियों की मेहनत, उत्पादों की गुणवत्ता और पारंपरिक व्यंजनों की विविधता की सराहना की। झारखंडी व्यंजनों की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि फेस्टिवल के अंतिम दिनों तक इनकी मांग लगातार बनी रही।कार्यक्रम के अंत में सिमडेगा की सहभागी महिलाओं को भारत सरकार के संयुक्त सचिव एवं अवर सचिव द्वारा मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान ग्रामीण महिलाओं के कौशल, परिश्रम और उद्यमिता की राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि है, जिसने न केवल सिमडेगा बल्कि पूरे झारखंड को गौरवान्वित किया है।सरस फूड फेस्टिवल 2025 ने साबित किया कि ग्रामीण महिलाओं की पाक-कला और उद्यमिता देश की सांस्कृतिक पहचान और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस उपलब्धि से सिमडेगा की दीदियों के लिए भविष्य में नए अवसरों के द्वार खुलने की उम्मीद है।
