सिमडेगा:- उपायुक्त सिमडेगा श्री सुशांत गौरव की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग अन्तर्गत शिक्षकों की सेवा संपूष्टि मामले से संबंधित शिक्षा विभाग के स्थापना समिति की बैठक का आयोजन हुआ। माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक, शिक्षिकाओं की सेवा संपुष्टि की मंजूरी दी गई। 12 शिक्षक, शिक्षिका जो कि टीजीटी से पीजीटी में कार्यरत है, उन सभी के योगदान की तिथि, परिक्ष्यमान अवधि, परिक्ष्यमान अवधि पूर्ण की तिथि, सेवा संपुष्टि की तिथि, गोपनीय चरित्र पुस्त, पीजीटी शिक्षक के रूप में योगदान की तिथि, पीजीटी शिक्षक के रूप में पदस्थापित जिला सहित अन्य कई पहलुओं के जांचोपरांत नियमपूर्वक 12 शिक्षकों को सेवा संपूष्टि का लाभ देने पर समिति ने मंजूरी दी। शिक्षकों के स्थानांतरण के मामले की समीक्षा के क्रम में निर्णय हुआ कि गठित टीम के द्वारा विद्यालयवार शिक्षक एवं छात्र-छात्रानुपात रिर्पोट समर्पित किया जायेगा, जिसके तहत् अग्रेतर कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया जायेगा।
उपायुक्त ने कहा कि रेसनल डिस्ट्रीब्यूशन हो, ताकि सर्व शिक्षा का अनुपालन सही दिशा की ओर किया जा सके। पोषाहार की राशि शत प्रतिशत छात्र-छात्राओं के खाते में हस्तान्तरित नहीं होने की स्थिति में शिक्षकों का वेतन अवरूद्ध किया गया है, जिसपर चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों के खाते में उनका अधिकार जायेगा तो शिक्षकों के खाते में भी वेतन चला जायेगा। दिये गए कार्य दायित्व को ससमय पूर्ण कराने का निर्देश दिया। अगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 में कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय संचालन के विषयों पर समीक्षा की गई। अनुमोदन से संबंधित कार्यों का ससमय पूर्ण कर लेने को कहा।

बाल संरक्षण इकाई एवं डीएलएसए से प्राप्त नामांकन से संबंधित प्रस्ताव को जोड़ने की बात कही। कोविड से मृत परिवार वाले के बच्चों का भी सर्वे कर लेने की बात कही, कहा कि दरकार हो तो बच्ची को कस्तुरबा विद्यालय में नामांकन करायें। विद्यालय में शतप्रतिशत बच्चों का नामांकन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। कस्तुरबा विद्यालय का निरीक्षण कर कैश बुक मिलान सहित परफॉर्मेंस ऑडिट करने को कहा, ताकि यह आकलन किया जा सके कि उपलब्ध संसाधनों के रोजगार में अर्थव्यवस्था, दक्षता और प्रभावशीलता प्राप्त कर रही है या नहीं। 28 फरवरी 2022 तक प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया, साथ हीं अगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 का वर्क प्लान भी पुटअप करने को कहा। उन्होने स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के संचालन से संबंधित समीक्षा की। विद्यालयों में गुणवतापूर्ण शिक्षा व्यवस्था को क्रियाशील रूप से बनाने की बात कही।
उन्होने सभी बीडीओ से एनओसी लेने को कहा कि उनके द्वारा एसएमसी की बैठक कर लिया गया है। विद्यालय को प्राप्त आवंटन के विरूद्ध व्यय सुनिश्चित करते हुये विद्यालय की व्यवस्था को दुरूस्त कर लेने का निर्देश दिया, साथ हीं भौतिक एवं वित्तीय प्रगति से संबंधित प्रतिवेदन 31 मार्च 2022 से पहले उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसके अलावे उपायुक्त ने शिक्षा विभाग की स्थापना समिति की बैठक में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दियें।बैठक में उपविकास आयुक्त श्री अरूण वाल्टर संगा, नोडल पदाधिकारी शिक्षा विभाग श्री प्रिन्स गोडविन कुजूर, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री कमलेश कुमार सिंह व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थें।
