गुमला:विशुनपुर प्रखंड के गुरदरी थाना क्षेत्र के कुजाम पाट दो बाक्साईट माइंस में 27 गाडियों व मशीनों को माओवादी संगठन के द्वारा फूंकने के दौरान पुलिस की गतिविधि, उनकी रेकी करने व घटना के बाद माओवादी दस्ते को सही सलामत अपने क्षेत्र में पहुंचाने में सहयोग करने वाले माओवादी सदस्य घाघरा थाना क्षेत्र के तेंदार डुमरपाट निवासी संतोष असुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया। शनिवार को इंस्पेक्टर श्यामानंद मंडल ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए बताया कि पूर्व में माओवादियों का मुख्य सहयोग गढ़ा कुजाम निवासी बुधराम उरांव को पुलिस ने उक्त मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बुधराम ने बताया था कि कुजाम पाट में घटना के एक दिन पूर्व संतोष असुर के द्वारा उसको सूचना दी गई थी कि माओवादी संगठन द्वारा माइंस में घटना को अंजाम दिया जाएगा। बुधराम असुर के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर पुलिस ने छापामारी कर संतोष असुर को गिरफ्तार किया। इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरफ्तार संतोष असुर पांच सालों से माओवादी संगठन में हथियार बंद दस्ता के साथ काम करता है। साथ ही वह निजी माइंस कंपनी में काम करता है। जहां से संगठन को डेटोनेटर आदि चुरा कर उपलब्ध कराता था। वह केन बम बनाने में भीदक्ष है। छापामारी अभियान में थाना प्रभारी कुंदन कुमार, पुअनि अशोक कुमार, पुअनि रूपेश कुमार व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।