आदिवासी मुख्यमंत्री के शासन में सबसे अधिक अत्याचार आदिवासियों पर-अजय सिंह
सिमडेगा- झारखंड सरकार के 3 वर्ष पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन सरकार के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला आक्रोश मार्च झूलन सिंह चौक से कचहरी होते हुए महावीर चौक पहुंचा जहां पर झारखंड सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए हल्ला बोल प्रदर्शन किया गया।
मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक ने कहा की झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार के 3 साल के कार्यकाल में झारखंड बेहाल हो चुका है, राज्य भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका है राज में व्याप्त इस प्रचंड भ्रष्टाचार को जेएमएम कांग्रेस राजद की सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त है भ्रष्टाचार में मुख्यमंत्री मंत्री विधायक से लेकर अधिकारी तक संलिप्त हैं राज्य के मुख्यमंत्री पर ही सीधा भ्रष्टाचार का आरोप है आजाद भारत के इतिहास में पहली घटना है जब किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री को ED वने अपने दफ्तर पर बुलाया, दुखद पहलू है कि विकास के पायदान के बजाय हत्या लूट बलात्कार अपहरण चोरी डकैती डंका में प्रदेश अव्वल है, सरकारी आंकड़ों के अनुसार 3 साल के कार्यकाल में 5258 लोगों की हत्या हो चुकी है वही 4813 बहन बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाएं घट चुकी है जबकि 4485 अपहरण की घटनाएं राज में ध्वस्त लॉयन आर्डर का प्रमाण है।

युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अजय सिंह ने झारखंड सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की 500000 नौकरी देने की के अपने वायदे से मुकरने करने वाली सरकार युवाओं को अंडा मुर्गी पालने और सूअर पालने की सलाह दे रही है
जिला महामंत्री दीपक पुरी ने इस सरकार के कार्यकाल पर बोलते हुए कहा कि वर्तमान के ठगबंधन सरकार के 3 साल में झारखंड पूरा बेहाल हो चुका है प्रदेश में एक भी दिन ऐसा नहीं जिस दिन राज में बहन बेटियों के साथ अनाचार नहीं हो रहा है दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के रहते बड़ी संख्या में आदिवासी दलित बेटियों पर अत्याचार हो रहा है प्रदेश में भयंकर सूखा पड़ा है फिर भी किसानों के साथ धोखा हुआ है ऋण माफी के नाम पर किसानों को बेवकूफ बनाया गया है पशु तस्करों को खुली छूट मिली हुई है देश में सर्वाधिक दंगे का चेहरा झारखंड के सर पर है पूरे देश में 378 संप्रदायिक दंगे में अकेले झारखंड में केवल 110 गए हुए हैं 3 साल में यह है हेमंत सरकार की उपलब्धि
मौके पर अनूप प्रसाद दीपिका कुमारी पिंकी प्रसाद नंदनी दास कंचन सिंह बसंत मांझी दीप नारायण दास महेश साहू अमित अग्रवाल संजय शर्मा देवकी नंदन साय गजानन बेसरा अशोक रजक सतनारायण प्रसाद सतीश पांडे राम प्रसाद राम जोगिंदर राम कृष्णा ठाकुर करण सिंह घनश्याम केसरी रामबिलाश बड़ाईक महावीर बड़ाईक कामेश्वर प्रधान आदि उपस्थित थे
