जलडेगा: प्रखंड के तुरतुरिया टोली निवासी सोमा कोनगाड़ी पिता स्व सुरेश कोनगाड़ी एक पैर से दिव्यांग है। जो पिछले 10 वर्षों से ट्राई साइकिल के लिए दर दर की ठोकर खाने को विवश है। शनिवार को अपने 3 छोटे छोटे बच्चों को साथ लेकर इलाज के लिए जलडेगा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आए सोमा कोनगाड़ी पर जब हमारी नज़र पड़ी तब हमने उससे बात चीत कर उसकी दिव्यंगता का कारण पूछा। दिव्यांग सोमा कोनगाड़ी ने बताया कि लगभग 15 वर्ष पहले वो बानो स्टेशन से दिल्ली जा रहा था लेकिन बानो स्टेशन में में लाइन पार करते वक्त उसका एक पैर कट गया था। उस समय से वो लाठी के सहारे चलता है। यही नहीं उसने कहा की लगभग 10 वर्ष पूर्व उसे एक बैसाखी मिला था लेकिन उसका कोई लाभ नहीं हुआ, काफी ऊंचा होने के कारण वो बैसाखी ऐसे ही पड़ा रह गया।

उस समय सोमा ने बैसाखी के जगह ट्राई साइकिल की मांग की थी लेकिन उसे नही दिया गया। तब से लेकर आज तक सोमा ने कई बार अलग अलग आयोजित शिविरों में ट्राई साइकिल के लिए आवेदन दिया परंतु उसकी ओर आज तक किसी भी अधिकारी ने अपनी नजरें इनायत नही की। सोमा के चार छोटे छोटे बच्चे और उसकी पत्नी किसी तरह गुजर बसर करते हैं। सोमा ने प्रखंड प्रशासन से एक ट्राई साइकिल की मांग की है।