सिमडेगा: सिमडेगा में बारिश के महीने के साथ ही लगातार छोटी बड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है इधर जिले में इन दिनों आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। ऐसे में लगातार बढ़ रहे आई फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है सिविल सर्जन डॉ नवल कुमार ने गुरुवार को एडवाइजरी जारी करते हुए उन्होंने बताया कि आई फ्लू की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यह आई फ्यू यानी कंजंक्टिवाइटिस को “पिंक आई” के रूप में भी जाना जाता है। यह एक संक्रमण है, जो कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है।कंजंक्टिवा क्लियर लेयर होती है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। मानसून के दौरान, कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी के कारण, लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं, जो एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इंफेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं। उन्होंने बताया कि आई फ्लू के प्रमुख लक्षणों में से आँख में लालपन,सूजन,खुजली

जलन,रोशनी के प्रति संवेदनशीलता सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना सामान्य से अधिक आंसू आना है यह वायरल कंजंक्टिवाइटिस अत्यधिक संक्रामक है और अक्सर सामान्य सर्दी जैसे श्वसन संक्रमण के साथ होता है। यह दूषित सतहों या श्वसन बूंदों के सीधे संपर्क से आसानी से फैल सकता है। सिविल सर्जन डॉक्टर नवल कुमार ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस बैक्टीरिया के कारण होता है और अत्यधिक संक्रामक भी हो सकता है। यह दूषित हाथों, मेकअप या कॉन्टैक्ट लेंस जैसे सोर्स से बैक्टीरिया के संपर्क में आने के कारण हो सकता है।यह तब होता है, जब कंजंक्टिवा पराग, धूल के कण, पालतू जानवरों के फर, या कुछ दवाओं जैसे एलर्जी के प्रति रिएक्शन करती है।उन्होंने बताया कि इससे बचने के लिए हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और अपने हाथ बार-बार धोएं, दूषित हाथों के कारण ही कंजंक्टिवाइटिस फैलता है।
आंखों के मेकअप और तौलिये जैसी निजी वस्तुओं को साझा करने से बचें।आंखों के लिए इस्तेमाल होने ब्यूटी प्रोडक्ट को एक्सपायर होने की बाद इस्तेमाल न करें।अपने तकिए के कवर को बार-बार बदलें।अपने तौलिये को बार-बार धोएं और साफ कपड़े पहनें। चूंकि कंजंक्टिवाइटिस संक्रामक है, इसलिए जिन लोगों को आई फ्लू है, उनके साथ करीब जाने से बचें। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में नेत्र चिकित्सक मौजूद है और साथ ही इस आई फ्लू वायरल को लेकर सभी प्रकार की तैयारी पूरी की गई है जो भी से चपेट में आ रहे हैं वे सदर अस्पताल या फिर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर इलाज करा सकते हैं।