बानो: सरस्वती शिशु विद्या मंदिर केतुङ्गाधाम के द्वारा गुरुवार को बरसलोया में जनजातीय गौरव दिवस मनाया ।इस दौरान प्रभात फेरी निकाली गई।प्रभात फेरी विद्यालय से प्रारंभ होकर बरसलोया गांव का भ्रमण करते हुए हनुमान मंदिर पहुंची।मौके पर राजेंद्र बड़ाईक नें भगवान बिरसा मुंडा के जीवनी पर प्रकाश डाल कर सभी विद्यार्थियों को संबोधित किया उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था जिन्होंने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाकर लंबी लड़ाई लड़ी और अंग्रेजन के खिलाफ उलगुलान छेड़ते हुए इस क्षेत्र में उन्हें खदेड़ेने का काम किया, लेकिन साजिश के साथ उन्हें जेल में डाल दिया गया और जेल में ही उनकी मृत्यु हो गई। ऐसे महान वीर बिरसा मुंडा के जन्म दिवस देश के प्रधानमंत्री के घोषणा के बाद तीन वर्षों से जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मना रहे हैं। ऐसे अवसर पर हम झारखंड के सिद्धू कानू चंद भैरव फूलोंझानो, वीर बुधु भगत हलधर गिरधर दुनिया झनिया, नीलांबर पीतांबर तेलंगाना खड़िया बक्तर साय मुंडल सिंह, सरदार पोटो हो से प्रेरणा लें तथा अपने देश धर्म संस्कृति परंपरा रीति रिवाज की सुरक्षा के लिए उसके संवर्धन के लिए आगे आएं। भारत हमारा देश है इसकी रक्षा सुरक्षा में जनजातीय समाज का भी योगदान रहा है तथा आगे भी रहेगा। इस अवसर पर रानी दुर्गावती राणा पूजा भील तलाकाल चंदू, चक्र बिश्नोई तिलका मांझी जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं। जिन्होंने अपना सर्वस्व देश धर्म संस्कृति के लिए निछावर कर दिया। मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य महेन्द्र देहरी, रमेश सोरेंग पाहन,दिलीप पंडा,अयोध्या सोनार,राजेंद्र बराईक,बँधनू केरकेटा,सुरेंद्र सिंह,ध्रुव सोनी आदि मौजूद थे।
