इस योजना को क्या नाम दूं❓सोलर कहीं और, स्ट्रक्चर कहीं और; डाड़ी का पानी पीकर प्यास बुझा रहे हैं लोग

आलोक कुमार साहू

जलडेगा:वित्तीय वर्ष 2022- 2023 में जब पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत गांव में पेयजल सुविधा बहाल करने के उद्देश्य से जलमीनार लगी तो लोगों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खुशी इस बात की थी कि अब उन्हें शुद्ध पानी मिलेगा। लेकिन, ऐसा हुआ नहीं। स्कूल के पास संवेदक राजीव कुमार द्वारा लगा बिना सोलर का जलमीनार टंकी सिर्फ दिखावे की वस्तु बनकर रह गई है। निर्माण के उपरांत से अब तक उक्त गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है। इसका मुख्य कारण निर्माण काम ठीक से नहीं होना और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जाना है। लम्बोई पंचायत के करमापानी बागे टोली गांव स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय परिसर में लगी जल मीनार की तो कहानी ही अलग है यहां स्ट्रक्चर खड़ी की गई, सिंटेक्स भी लगाया गया लेकिन बिना किसी सुरक्षा घेरा के सोलर को कहीं और स्थापित किया गया। स्थानीय ग्रामीण रोशन बागे, मनसिद्ध बागे, मनोज बागे, हीरामनी बागे आदि ने बताया कि स्कूल वाला नल फेल हो गया है वहां पानी नहीं निकलने के कारण कहीं और बोरिंग कराया गया और उसी बोरिंग के पास सोलर को लगा दिया गया। हैरानी तो इस बात का है कि जिन ग्रामीणों के घरों के बाहर सोलर और बोरिंग हुआ है उनको पानी का एक बूंद तक नसीब नहीं होता। आज भी गांव के लोग स्कूल के पीछे खेत में बने एक डाड़ी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। पानी सप्लाई के नाम पर महज 8 से 10 घरों तक मुश्किल से पानी पहुंचता है वो भी नाम मात्र का। इधर स्कूल की सहायक शिक्षिका सिलमनी डांग ने बताया की स्कूल का भोजन भी दाड़ी का पानी से बनता है और सारे बच्चे उसी दाड़ी का पानी को पीते हैं। विद्यालय परिसर में लगा जलमीनार सिर्फ दिखावा है।

योजना एक रूप अनेक

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा बनाए जा रहे जलमिनार में संवेदकों की मनमानी देखने को बनती है जो संवेदक जैसे चाहे अपनी मर्जी से जलमीनार का  रूप दे रहा है। पूरे प्रखंड में जलमीनार की रूप अलग अलग है। इसका कारण विभागीय मॉनिटरिंग की कमी है, विभाग के जेई एई साइड विजिट न के बराबर करते हैं जिसके कारण संवेदक अपनी मर्जी से योजना को निर्धारित समय सीमा के अंदर न बनाकर अपनी मर्जी से काम कर रहे हैं। किसी किसी घर में अभी तक कनेक्शन तक नही मिला है तो कहीं पर अभी तक पानी सप्लाई ही शुरू नही किया गया है।

Related posts

Leave a Comment