बोलबा प्रखण्ड के गोईफोंगा गाँव में चापाकल हुए खराब,कुँए का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण

बोलबा :-बोलबा प्रखण्ड के गोईफोंगा गांव में सभी चापाकल खराब हो चुके हैं।वहाँ के ग्रामीण कुँए का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर है । प्रखण्ड के गोईफोंगा गाँव में लगभग 150 लोग रहते हैं । यहाँ एक चापाकल है जो कई दिनों से खराब पड़ा हुआ है । गाँव के बगल खेत में एक कुंआ है । इसी खेत के पानी से ग्रामीण अपनी प्यास बुझाते है । इस खेत में बने कुँए का पानी दूषित एवं गन्दा है। कुँए में शैवाल एवं झाड़ी उग गया है । फिर भी लोग इस कुएं से अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं।ग्रामीणों बताते हैं कि यह गाँव जंगलों के बीच एवं अत्यंत ही पिछड़ा हुआ है।गाँव पहुंचने के लिए सड़क भी नहीं है।

बरसात के दिनों में आवागमन बन्द हो जाता है।कोई बीमार होने पर खटिया में टाँग कर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है।बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए नजदीक में कोई स्कूल नहीं है । छोटे-छोटे बच्चे दूर नही जा पाते हैं।आंगनबाड़ी केंद्र का लाभ से बच्चे वंचित हैं। ग्रामीणों के अनुसार चापाकल मरम्मत के लिए विभाग को कई बार लिखित आवेदन दिया गया है  एवं मौखिक रूप से भी  सूचना दिया गया है ।

किंतु विभाग के कोई भी अधिकारी चापाकल मरम्मत नहीं कराया । जनप्रतिनिधियों ने तो सिर्फ वोट के समय गाँव आते हैं और विकास के बड़े-बड़े वादे करके चले जाते है।पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियन्ता प्रेमनाथ उराँव से चापाकल खराब की समस्याओं पर बताया कि बोलबा प्रखण्ड मुख्यालय के जो भी चापाकल खराब पड़ा हुआ है । सभी  को  ठीक किया जा रहा है ।

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