सिमडेगा :जिला के कोनबेगी गांव में आज पूरी विधि विधान से बाणगड़ी पूजन कर धान रोपनी की गई शुरुआत। वैसे बारिश की बेरुखी के कारण सिमडेगा जिला में धान रोपनी की बहुत ही चिंतनीय स्थिति में है परंतु ठेठईटांगर प्रखंड के कोनबेगी गांव में 1976 ईस्वी में ही लघु सिंचाई विभाग से एक डैम का निर्माण हुआ था जिसके कारण अत्यधिक भागों में पानी की समस्याएं नहीं है और समय पर धान रोकने का कार्य शुरू हो चुका है ।जब डैम बन रहा था तो बाहरी तत्व इसका विरोध कराने आए थे परंतु ग्रामीणों ने सूझबूझ कर एकजुट होकर गांव के विकास के लिए बाहरी तत्व को भगाकर डैम के निर्माण में अपना सहयोग दिया। परिणाम स्वरूप आज चारो ओर सूखा है वही गांव में चल रहा है रोपा।मंगलवार को गांव के पहान मदन मांझी ने विपिन कुमार के खेतों में पूरी विधि विधान से पूजन कर रोपनी की शुरुआत की,सर्व प्रथम पूजा करने के बाद पाहन के द्वार 3 मुठ्ठी बिचड़ा को खुद से खेत में रोपा गया उसके बाद गांव की महिलाएं धान रोपने की शुरुआत की ।धान रोपनी की शुरुवात करने से पहले धान रोपनी करने वाली महिलाओं को खेत मालकिन के द्वारा पूजन किया गया एवम दक्षिणा दिया ,पधान रोपनी में सामिल सभी लोगों को आज खेत मालिक की ओर से शाम का भोजन की भी व्यवस्था की जाएगी इससे पहले पहन ने पूजन में खेत मालिक के द्वारा जितने भी अन्न पैदा किए गए उनके कुछ अंश को पूजन में चढ़ावा किया और ऋतु फल तथा तपान देकर भगवान से अच्छी फसल की कामना की।

