सिमडेगा:पिरामल फाऊंडेशन के द्वारा नीति आयोग के सहयोग से 112 जिले में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास के इंडिकेटर को बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है।इसके तहत जिला में सभी बीआरपी सीआरपी के नेतृत्व क्षमता को विकसित करने के लिए दो दिवसीय “नेतृत्व कार्यशाला” का आयोजन जिला प्रशिक्षण केंद्र में किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य क्षमतावर्धन करना एवं जिला के शिक्षक गण एवं बच्चों को गुणवतापूर्ण शिक्षा में सहयोग प्रदान करना। कार्यशाला में पिछले 3 महीने में किए गए बेहतर कार्य अनुभव, कौशल एवं उनके कार्य भूमिका में भावनात्मक बुद्धि और विकास मानसिकता कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है विषयों पर चर्चा किया गया। प्रशिक्षण के अंत मे प्रशिक्षक द्वारा आने वाले 4 महीनों तक किए जाने वाले कार्यों को विस्तृत रूप से बताया गया जिसके तहत पिरामल फाऊंडेशन द्वारा बीआरपी एवं सीआरपी को कार्य क्षेत्र में तकनीकी सहयोग एवम पठन सामग्री मे सहयोग दिया जाएगा।

इस कार्यशाला में जिला शिक्षा अधीक्षक विनोद कुमार एवं अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी बादल राज के द्वारा बीआरपी एवं सीआरपी के कार्य भूमिका को कैसे गुणवता पूर्ण बना जाए उस पर विशेष जोर दिया गया। इस कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में पिरामल फाऊंडेशन के संजीव जैन, सीमा चक्रवर्ती एवं दीपशिखा कुमारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में जिले के सभी बीआरपी एवम सीआरपी, पिरामल फाऊंडेशन के सभी गांधी फेलो एवम प्रोग्राम लीड ने भाग लिया।
