कोलेबिरा:- अनजान शाह पीर बाबा मजार के सालाना उर्स के आखिरी दिन बुधवार को जायरीनों की भीड़ उमड़ पड़ी। रात में लोगों ने 2 वर्षों के बाद कव्वाली का लुफ्त उठाया। उर्स के मौके पर हजरत अनजान शाह पीर बाबा के शान में कव्वालों ने कई कलाम पेश किए। महफिले शमां प्रोग्राम में खनकही कव्वाली में कव्वालों ने देश और गंगा जमुनी तहजीब पर एक से बढ़कर एक कव्वाली वा शायरी व नगमे पेश कर लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। कव्वालों ने जब गाना शुरू किया भरत राम की तरह कर लो मिलाप, उठो हिन्दु मुस्लिम मिलन के लिए तब लोग झुम उठे।


कार्यक्रम के पूर्व थाना प्रभारी रामेश्वर भगत ने फीता काटकर इसकी शुरूआत की।अंजान पीर शाह बाबा के दरगाह पर दूर दूर से आए जायरीनों का चादर चढ़ाने का क्रम रात भर जारी रहा। वहीं जायरीनों ने फातिहा पढ़ कर अमन की दुआएं मांगी। जायरीनों ने मेले में लगी दुकानों से सकरपाला इलाइची दाना गृहस्थी का सामान आदि की खरीददारी की। वही इत्र की दुकान सजी हुई थी अनजान शाह पीर बाबा मजार के सालाना उर्स मेले के समापन में उड़ीसा झारखंड छत्तीसगढ़ एवं अन्य जिलों से जायरीनों ने दरगाह पर पहुंच कर चादर चढ़ाई। पुरूष, महिलाओं व बच्चों ने मेले का लुत्फ उठाया।
