स्थानीय जनप्रतिनिधि के द्वारा खूंटकटी कानून को लेकर ग्रामीणों को भड़काने के बाद हुआ घटना-विमला प्रधान

सिमडेगा- कोलेबिरा विधानसभा के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र के बंबल केरा छपरीडिपो निवासी व भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान उर्फ भौवा के बेसराजारा बाज़ार के समीप भीड़ द्वारा पिटाई कर घायल अवस्था मे जिंदा जला देने पर भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिला अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता की लिंचिंग एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है क्योंकि मृतक भाजपा के एक मजबूत कार्यकर्ता था, राज्य सरकार के 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं और इस 2 वर्ष में लगभग डेढ़ दर्जन मॉब लिंचिंग की घटनाएं झारखंड में हो चुकी है जब सरकार विधानसभा में सरकार मोब लिंचिंग पर कानून लाए पर धरातल में लिंचिंग को रोकने पर कोई प्रयास नहीं कर रही है। भारतीय जनता पार्टी सरकार एवं प्रशासन से अविलंब दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करती है नहीं होने पर भाजपा उग्र आंदोलन करेगीवही पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा की इस तरह की घटना समाज में कतई बर्दाश्त नहीं यह दुर्भाग्यपूर्ण है स्थानीय जनप्रतिनिधि 28 दिसम्बर को उस क्षेत्र का दौरा कर लोगों को खूंटकटी कानून को लेकर भड़काया था इससे असामाजिक तत्वों को बल प्रदान हुवा और आज भाजपा कार्यकर्ता की लिंचिंग कर हत्या कर दी गयी, इससे साफ पता चलता है कि भाजपा कार्यकर्ता की हत्या एक साजिश के तहत हुई है भारतीय जनता पार्टी सरकार एवं प्रशासन से मांग करती है कि दोषी व्यक्तियों पर अविलंब कार्रवाई हो नहीं तो भाजपा इस मुद्दे पर उग्र आंदोलन करेगीवही केंद्रीय मंत्री के जिला सांसद प्रतिनिधि सुशील श्रीवास्तव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से झारखंड में गठबंधन की सरकार आने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं और हत्याएं हो रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है एक ही दिन पूर्व विधायक पर नक्सलियों का हमला उसमें दो अंगरक्षक ओं की हत्या एवं बम्बल केरा में भाजपा कार्यकर्ता की जिंदा जला देने की घटना यह बताती है कि झारखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल है और झारखंड में अभिलंब सरकार को भंगकरते हुए राष्ट्रपति शासन लागू करनी चाहिए, मृतक भाजपा कार्यकर्ता आरोपित था दोषी साबित नहीं हुआ था फिर भी उसे दोषी ठहराना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है सरकार एवं प्रशासन अविलंब दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें।

गिड़गिड़ाते रहे परिजन हजारों की भीड़ में पीट कर जिंदा किया आग के हवाले

खुदकटी कानून के उल्लंघन का आरोप लगाकर की गई कार्रवाई

सिमडेगा:- राज्य सरकार जहां एक ओर मॉब लिंचिंग को लेकर कानून बनाई वहीं दूसरी ओर सिमडेगा में हृदय विदारक घटना घटी है जिसे सुनकर लोगों के हृदय कांप उठी है। सिमडेगा में मॉब लिंचिंग की बहुत बड़ी घटना सामने आई है ।जहां पर मंगलवार को एक व्यक्ति को गांव में हजारों की संख्या के बीच मारकर घायल करने के साथ ही उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया।घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ठेठईटांगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बंबलकेरा छपरीडीपा निवासी संजू प्रधान उर्फ भौवा को बेसराजारा बाजार के समीप नौ गांव के हजारों की संख्या में ग्रामीण उठकर सर्वप्रथम उसे जमकर पिटाई किया जिसके बाद उसे आग के हवाले कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची लेकिन गांव वालों ने पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने की से पूरी तरह से रोक दिया। गांव में तनावपूर्ण स्थिति और गांव में हजारों की संख्या को देखते हुए पुलिस के द्वारा तत्काल जिला मुख्यालय से भारी संख्या में पुलिस बल की मांग की गई जिसके बाद पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंची इसके अलावा अग्निशमन विभाग की वाहनों को भी ले जाकर वहां पर आग पर काबू पाया हालांकि तब तक तो पूरी तरह से जल चुकी थी। घटनास्थल पर कोलेबिरा जलडेगा ठेठईटांगर एवं सिमडेगा पुलिस पहुंच कर मामले की छानबीन में जुटी हुई थी।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि गांव के संजू प्रधान उर्फ भौवा बेसराजारा में रहकर छोटी मोटी किराने की दुकान चलाता था जोकि पूर्व में कई बार जेल जा चुका था और माओवादी संगठन से भी जुड़ा हुआ था हालांकि वर्तमान में सब काम छोड़ कर दुकान एवं क्षेत्र में अवैध लकड़ी का कारोबार करता था ।इस बात को लेकर मुंडारी समुदाय के गांव में काफी नाराजगी भी थी ।गांव वाले बार-बार उसे समझा चुके थे लेकिन इसके बावजूद वह लकड़ी का कारोबार करता था जिसको लेकर गांव वालों ने दो बार विशेष बैठक किया और खुटकटी कानून का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मंगलवार को बैठक की। सामूहिक बैठक में कहा गया कि इस क्षेत्र के वनों का रक्षा हम मुंडारी समाज के लोग करते हैं और ऐसे में इसके द्वारा जिस प्रकार से जंगलों का दोहन कर रहा है यह पूरी तरह से गलत है बार-बार वन विभाग को सूचना देने के बाद भी इसके ऊपर कारवाई नहीं हुई और या व्यक्ति लगातार क्षेत्र में अवैध रूप से लकड़ी का कारोबार कर रहा है जो कि गलत है जिसके बाद सामूहिक रूप भीड़तंत्र के द्वारा सर्वप्रथम उसकी जमकर पिटाई की गई । संजू के परिवार काफी गिड़गिड़ाते रहे बार-बार माफी और विनती करते रहे लेकिन गांव में हजारों की संख्या में बुलाई सभा ने किसी की नहीं सुनी और उन्होंने निर्णय लेते हुए उक्त व्यक्ति को आग के हवाले कर दिया गया। इधर पुलिस गांव में पूरी तरह से गांव को कैंप कर दिया जिसके बाद सभी गांव वाले घटनास्थल से फरार हो गए इधर घटनास्थल पर पुलिस पहुंचकर फायर ब्रिगेड की मदद से शव को बुझा कर चले शव को अपने कब्जे में ले लिया है और आवश्यक कार्रवाई कर रही है। बरहाल जो भी कहे इस प्रकार की घटना क्षेत्र में नहीं होनी चाहिए क्योंकि इस प्रकार की घटना से समाज में एक गलत संदेश जाता है और लोग जिस प्रकार से ग्राम सभा बैठक करते हुए कानून को हाथ में लिया है वाकई बहुत बड़ी अपराध है इस प्रकार से कारण को हाथ में लेने वाले लोगों के ऊपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष कौशल राज सिंह देव् ने बम्बलकेरा -बेसरा जारा में हुई घटना पर अपनी प्रतिक्रिया ब्यक्त करते हुए कहा है कि इस घटना की घोर निंदा करते हैं । यह एक क्रूरतापूर्ण घटना है । सरकार से हमलोग माँग करते हैं कि मोबलिंचिंग के तहत दोषियों को अविलम्ब गिरफ्तार कर कड़ी सजा दे अन्यथा विश्व हिंदू परिषद के द्वारा आंदोलन किया जायेगा।

क्या है खुटकटी कानून

मुंडारी खुंटकटी अधिकार भारत में एक अनूठा अधिकार सरकार द्वारा प्राप्त है। इस अधिकार को पाने के लिए मुंडा समाज ने काफी संघर्ष किया,फलस्वरूप छोटा नागपुर कास्तकारी अधिनियम 1908 खासतौर पर आदिवासी समाज को मिला,उसी अधिनियम में मुंडारी खुंटकटी अधिकार के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। इसमें मुंडारी खुटकटीदार मुंडारी खुटकटी में आनेवाला जमीन एवं जंगल का मालिकाना हक प्राप्त है।इस अधिकार में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस अधिकार प्राप्त जमीन का मालगुजारी सीधे रुप से सरकार को दबाव के साथ देय नहीं होता है। सरकार को स्वेच्छा से बखशीश शेष के रूप में देने का प्रावधान है।

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