कायाकल्प में बेहतर कार्य के लिए सिमडेगा सदर अस्पताल को राज्य भर में मिला नंबर वन रैंक,मिला 50 लाख

सिमडेगा:- जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सदर अस्पताल सिमडेगा में कायाकल्प के क्षेत्र में सरकार की ओर से मानक तय करते हुए पूरे राज्य भर में पहला स्थान दिया है। बताया गया कि सरकार की ओर से आई हुई ऑडिट टीम के द्वारा पिछले चार महीना पूर्व किए गए ऑडिट के अनुसार 24 जिले में बेहतर कार्य करने के लिए सिमडेगा जिले को प्रथम स्थान में चुना है और सरकार की ओर से 5000000 रुपए की राशि भी दी गई है। हाईवे ऑडिट टीम के द्वारा सदर अस्पताल में बारीकी से निरीक्षण करने के पश्चात सरकार को रिपोर्ट सौंपी थी जिसके आधार पर समीक्षा हुई और समीक्षा के आधार पर सदर अस्पताल को बेस्ट हॉस्पिटल इन झारखंड का अवार्ड प्राप्त हुआ। बताया गया कि राज्य के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा कार्यक्रम आयोजित करते हुए उक्त अवॉर्ड फॉर दी जाएगी हालांकि घोषणा होने पर सदर अस्पताल सहित पूरे स्वास्थ्य प्रबंधन के अंदर खुशी का माहौल है। मैनेजर अलका कुल्लू ने बताया की सदर अस्पताल को बेहतर से बेहतर सुख सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दिन रात मेहनत करते हुए यहां पर रंग रोगन साफ-सफाई पार्किंग की व्यवस्था पीने की पानी लाइट सहित सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है जिससे कि यहां पर आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की कोई भी समस्या ना पिछले दिनों किए गए कार्यों के बाद सरकार के द्वारा मिली पहले स्थान से पूरे स्वास्थ्य दिमाग के अंदर खुशी का माहौल है।

किन किन क्षेत्रों में की गई थी ऑडिट

झारखंड राज्य के सभी सदर अस्पताल सहित छोटे अस्पतालों की भी ऑडिट की गई थी जहां पर सदर अस्पताल को चुना था सदर अस्पताल में ऑडिट के दौरान सबसे पहले सदर अस्पताल के रखरखाव सहित सभी प्रकार की चीजों की से जांच की गई इसके अलावा सैनिटाइजेशन हाइजीन की व्यवस्था, सपोर्ट सर्विस ,वेस्ट मैनेजमेंट, इनफेक्शन कंट्रोल ,हाइजीन प्रमोशन, हॉस्पिटल बाउंड्री आदि सभी चीजों को की गई जिसके आधार पर 93. 5% रैंक दिया गया जिसके बाद कायाकल्प क्लीन हॉस्पिटल अवार्ड के लिए चुना गया।

किन चीजों में होगी 50 लाख खर्च

सरकार द्वारा तय किए गए मानकों के अनुसार 50 लाख की राशि में से 25% नगद अवार्ड के रूप में स्टाफ एवं टीम के बीच में वितरण करने की बात कही गई है जबकि 75% है  सदर अस्पताल के कायाकल्प में उसे लगाना है। कायाकल्प दिशानिर्देश के अनुसार। नकद पुरस्कार राशि का 75% रोगी कल्याण रखरखाव और सुविधाओं में सेवाओं के लिए स्टाफ रेस्ट रूम, ड्यूटी रूम जिसमे पर्दे कुर्सी, बिस्तर और बिस्तर कवर, माइक्रोवेव, एसी, रूम हीटर, इमरजेंसी लाइट आदि की सुविधाओं में सुधार, किताबों, पत्रिकाओं के साथ पुस्तकालय, डॉक्टर, नर्स के लिए  अस्पताल की सुविधा रखरखाव में सुधार जैसे बागवानी, प्रकाश व्यवस्था, फर्नीचर  स्थिरता, अपशिष्ट, कीट और पशु नियंत्रण, पीने के पानी की उपलब्धता डिस्पेंसर आदि इसके अलावा रोगी के बैठने की जगह के लिए कुर्सी की खरीद कार्य स्थल सौंदर्य उपस्थिति साबित करना पेंट, चारदीवारी, साइनेज  सिविल कार्य आदि  एवं रसोई सेवा जिसमे खाद्य ट्रॉली, खाने की मेज और सुरक्षा सेवा आदि कुर्सी स्वच्छता सेवा शौचालय, बाथरूम की मरम्मत और सफाई द्वारा सहायता सेवाओं में सुधार कपड़े धोने की सेवा कोई भी नवीन गतिविधि जैसे रोगी प्रबंधन का उपयोग करना जिसमे टोकन सिस्टम, कैफेटेरिया, टीवी रूम में खर्च कर सकते हैं।

क्या कहते है सिविल सर्जन

इधर कायाकल्प क्लीन हॉस्पिटल अवार्ड मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉक्टर नवल कुमार ने खुशी जताते हुए कहा कि यह कार्य सदर अस्पताल के सभी स्वास्थ्य कर्मी मैनेजर स्टाफ एवं डॉक्टरों के किए गए कार्यों का नतीजा है कि पूरे झारखंड राज्य में सिमडेगा जिले को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है और इसका पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है उन्होंने कहा कि यह कार्य आसान नहीं था लेकिन सभी लोगों के टीम वर्क के कारण पूरा हो सका है साथ ही उन्होंने कहा इसे बरकरार रखने के लिए आगे भी जो भी सुविधाएं होंगी उसे बेहतर करने का काम किया जाएगा।

25 जनवरी से आम-जनों को सदर अस्पताल में मिलेगी सिटी स्कैन की सुविधा

सिमडेगाः-उपायुक्त सुशांत गौरव की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य प्रबंधन समिति की बैठक का आयोजन हुआ। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर जिले में भी दस्तक दे चुकी है, संक्रमण के तादात कम है, समस्या का निवारण का समय है, ताकि जिले में संक्रमण को पुरी तरह पैर पसारने से रोका जा सके। आम-जनों से अपील है कि दैनिक जीवन में कोविड संक्रमण से बचाव के उपायों का अनुपालन करें, मास्क अनिर्वाय रूप से पहने, सामाजिक दूरी का पालन करें। उक्त बातें उपायुक्त ने जिले के स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चुस्त एवं दुरूस्त करने की दिशा में किये जाने वाले कवायदों की समीक्षा के क्रम में कहा। उन्होने जिला व प्रखण्ड स्तर पर बहाल की गई स्वास्थ्य व्यवस्थाओं एवं तैयारियों की समीक्षा की। आयुष के अन्तर्गत 16 अस्पताल की वस्तु-स्थिति की समीक्षा की। उन्होने सुदूरवर्ती क्षेत्रोें में आयुष अस्पतालों में डॉक्टर की रोस्टवार प्रतिनियुक्ति कर स्वास्थ्य उपचार की सुविधा बहाल का निर्देश दिया। आयुर्वेद डॉक्टर की उपलब्धता पर समीक्षा की। उन्होने सभी आयुष अस्पताल को सीएससी के भवन में संचालित करने का निर्देश दिया। आयुष अस्पतालों के सुदृढ़ीकरण से संबंधित महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दियें। सदर अस्पताल में 150 बेड सेन्ट्रल ऑक्सीजन सप्लाई के साथ 1000 एलपीएम ऑक्सीजन प्लान्ट की सुविधा एवं 50 बेड कोविड आईसीयू वार्ड, 20 बेड पीकू वार्ड की स्वास्थ्य सुविधा बहाल है। उन्होने कोविड के तीसरे लहर की स्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन समिति को आडियल गोल के अन्दर हर कार्य पर निगरानी रखने का निर्देश दिया। संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम की दिशा में क्या करने से और बेहतर किया जा सकता है, इस दिशा में पदाधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होने ऑडिट टीम की गठन करने की बात कही। प्रतिमाह रिर्पोट समर्पित करेंगे। अस्पताल मैनेजमेन्ट रिलेटेड टीम का 12 जनवरी को परीक्षा ली जायेगी, आवश्यक तैयारी पहले पूर्ण कर लें। उन्होने मेन पावर रिर्सोस की भी समीक्षा की। कोविड के मद्देनजर कार्यों का बटवारा करते हुए जिम्मेवारी देने की बात कही। ऑक्सीजन सिलेंडर की मरम्मति, रिफलिंग, रिप्लेसमेन्ट, सप्लायर्स की सुविधा सहित सिलेंडर, कंसट्रेटर, वेन्टीलेटर की उपलब्धता को सुव्यस्थित तरीके से तैयार रखने का निर्देश दिया। सभी वेन्टीलेटर, जंबो सिलेंडर, रेगुलेटर, फ्लो मीटर एवं ऑक्सीजन कंसट्रेटर की जांच कर लेने की बात कही। आरटीपीसीआर लैब अधिष्ठापन की दिशा में भी समीक्षा की गई। सभी सीएससी एवं पीकू वार्ड का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्था का एनेलाईसिस करते हुए प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। सिविल सर्जन, नोडल पदाधिकारी को कल्याण विभाग अन्तर्गत संचालित सोय अस्पताल की स्वास्थ्य इंतेजामत की जांच करने की बात कही। उन्होने सदर के एएनएम प्रशिक्षण संस्थान में रह रहे एएनएम को अगल-अलग प्रखण्डों में भवन की उपलब्धता एवं महिला गार्ड की प्रतिनियुक्त करते हुए रखने की बात कही। ऑनलाईन क्लास जारी रहेगा। उन्होने कोविड के मद्देनजर बहाल स्वास्थ्य चिकित्सा सुुविधाओं का रिर्पोट चार्ट तैयार कर सदर एवं स्वास्थ्य केन्द्र में अधिष्ठापन करने का निर्देश दिया।बैठक में दूसरे दौर के दौरान कोविड महामारी पर चर्चा की गई। कोविड संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम से संबंधित जिले में एक सप्ताह सघन प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। मास्क का अनिर्वाय रूप से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। सड़कों पर बिना मास्क के पाये जाने वाले व्यक्ति से 500 रूपये का जुर्माना लगाने का की बात कही। दुकान, हाट-बाजार एवं प्रतिष्ठानों में मास्क एवं सामाजिक दुरी का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सघन जांच अभियान चलाने की बात कही। सदर अस्पताल में लैब जांच केन्द्र को विकसित किया जा रहा है। सदर अस्पताल में सीटी स्कैन का अधिष्ठापन 15 जनवरी तक पूर्ण हो जायेगा। 25 जनवरी से आम-जनों को जांच की सुविधा मिलने लगेगी। आपदा के मद्देनजर फुली ऑटो एनेलजर, सीभीसी काउन्टर की भी सुविधा सदर में बहाल की जा रही है। उपायुक्त ने उपकरण क्रय करने संबंधित संचिका समर्पित करने का निर्देश दिया। कोविड के मद्देनजर डायलेसिस केन्द्र को सदर अस्पताल के दूसरे भवन में सिफ्ट करने की बात कही। वहीं मेडोल कलेक्शन सेन्टर के स्थल को परिवर्तित करने का निर्देश दिया। उक्त जगह पर फुली ऑटो एनेलजर एवं सीभीसी काउन्टर की सुविधा बहाल की जाएगी। मशीन के संचालन का प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया।जिले के 17 एम्बुलेंस का ग्रेडेशन कर डेटा तैयार करने की बात कही। एम्बुलेंस के आवश्यक मरम्मति के कार्यों को बेहतर कर लेने की बात कही। चालक की सुविधा भी बहाल कर रखने का निर्देश दिया।उन्होने महिला कॉलेज को कोरेन्टाईन सेन्टर बनाने का निर्देश दिया साथ हीं सेन्टर की आवश्यक सुविधाएं बहाल करने की बात कही। सदर अस्पताल में 50 स्ट्रीट लाईट का अधिष्ठापन कर रोशनी की व्यवस्था को बेहतर बनाया जायेगा। उपायुक्त ने कार्य आदेश निर्गत करने की बात कही। इसके अलावे उन्होने अन्य महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दियें।बैठक में सिविल सर्जन डॉ0 पीके सिन्हा, नोडल पदाधिकारी सदर अस्पताल श्री प्रिन्स गोडविन कुजूर, उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ0 राजेश, सदर डीपीएम श्री प्रदीप कुमार व अन्य उपस्थित थें।

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