प्रेमिका की हत्या का आरोपी सनकी आशिक गिरफ्तार, भेजा गया जेल

सिमडेगा: ठेठईटांगर थाना क्षेत्र के सियादोहर में विगत 05 अप्रैल को हुई विवाहित महिला की हत्या का आरोपी उसी का सनकी प्रेमी निकला। सिमडेगा पुलिस ने गुरुवार को हत्या के इस मामले का उद्भेदन करते हुए हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बता दें कि सियादोहर नवाटोली में किरण कुल्लू नामक एक महिला को धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्या  के बाद एसडीपीओ ने नेतृत्व में पुलिस अनुसंधान शुरू की।एसडीपीओ ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में उसी वक्त घटना का खुलासा कर लिया गया था परंतु अभियुक्त लगातार जगह बदल-बदल कर पुलिस के नजर से भागे फिर रहा था। लेकिन पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस ने कांड के अभियुक्त जेवियर आईन्द उर्फ जेफी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एसडीपीओ ने बताए कि किरण शादीशुदा थी और अभियुक्त उससे प्रेम करता था और शादी करना चाहता था। लेकिन किरण ने उसने शादी से इंकार कर दिया। तब सनकी प्रेमी जेवियर ने उसकी नृसंस हत्या कर दी। पुलिस में आरोपी युवक को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया।

बोलबा प्रखण्ड मुख्यालय में धूमधाम से मनाया गया सरहुल

बोलबा:- बोलबा प्रखण्ड मुख्यालय में प्रकृति पर्व सरहुल धूमधाम से मनाया गया।इस मौके पर प्रखण्ड के सभी पाहन के द्वारा बोलबा शंख नदी तट पर पाट सरना में पूजा अर्चना के बाद बोलबा बाजार टाँड़ से शोभा यात्रा निकाला गया।इस मौके पर ढोल -नगाड़े एवं मांदर की थाप पर लोग झूमते नाचते थाना परिसर तक पहुंचे।इसके बाद पुनः बाजार पहुंचकर शोभायात्रा विसर्जन किया गया।समसेरा पंचायत के मुखिया सुरजन बड़ाईक ने कहा कि प्रकृति पर्व सरहुल  हमलोग सभी मिलजुलकर मनाते हैं।यह पर्व प्रकृति से जुड़ा हुआ है । हमलोग सखुआ वृक्ष, नदी, चाँद- सूरज, धरती माता की पूजा करते है । यह पर्व सीधे प्रकृति से जुड़ा हुआ है कोई माध्यम की जरूरत नही है।पाहन समिति के सचिव देवेंद्र भगत ने बताया कि सरहुल दो शब्दों से बना है सर अर्थात सरई यानी सखुआ तथा हुल अर्थात क्रान्ति यानी फूलों की क्रांति । नए वर्ष के साथ धूमधाम से सरहुल मनाया गया।इस मौके पर बोलबा थाना के एस0 आई0 सोनू पाठक, ए0एस0आई0 सुनील टोपनो के साथ पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए मौजूद  थे । कुंदुर मुण्डा, अवगा एवं किलेसेरा के नृत्य मण्डली भाग लिए ।  इस मौके पर मोतीराम सेनापति, देवेंद्र भगत, भगवान पाहन, तिलकु खड़िया, चंदन सिंह, नवीन कूल्लु, भूषण तिर्की, रजिंता बाड़ा, अंजू खलखो, एवं अन्य लोग मौजूद थे ।

कुरडेग में हर्षोउल्लाह के साथ मना ईद,बीडीओ और थाना प्रभारी ने दी ईद की मुबारक बाद

कुरडेग : खुशियों और आपसी भाइचारे का त्योहार ईद उल फितर बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया।पर्व को लेकर प्रखण्ड मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाके में उत्साह का माहौल रहा। ईद पर गुरुवार को मुस्लिम समुदाय के लोगो ने अपनी सुविधा के अनुसार जामा मस्जिद और रजा मस्जिद कुरडेग पहुँच कर ईद की नमाज अदा की।शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन कुछ दिन पहले ही शांति समिति की बैठक सभी गणमान्य लोगों के साथ की थी।पर्व के दौरान मस्जिद एवं चौक चौराहों पर पुलिस के जवान तैनात रहे युवा बुजुर्ग और बच्चों में नमाज अदा करने की खुशियाँ देखी गई।मुस्लिम समाज के प्रमुखों ने दोनो मस्जिदों में नमाज की समय सीमा पहले ही तय कर दी थी। रोजेदारों ने जरूरत मंदों को दान देकर दुआएँ कबुल की। बच्चों में ईदी पाने की खुशियाँ देखी गई। बच्चों एवं जवानो ने बुजुर्गो से गले मिलकर आर्शिवाद लिया। इस अवसर पर लोग एक दुसरे को उपहार देकर शुभकामनाएँ दी। दिन भर मुस्लिम मोहल्लों में चहल पहल देखी गई।वहीं जामा मस्जिद के ईमाम मौलाना मो० हसनैन एवं रजा मस्जिद के ईमाम मौलाना अहमद रजा ने ईद की नमाज अदा करायी।

इस मौके पर जामा मस्जिद के ईमाम मौलाना मो० हसनैन ने अपने संदेश में कहा कि ईद की खुशियों में अपने आस पड़ोस के उन लोगों को शामिल करें जो किसी न किसी तरह से कमजोर हैं,उनकी मदद से हमें नेकी मिलती है। रजा मस्जिद के ईमाम ने कहा कि ईद उल फितर अल्लाह का शुक्र और दुनिया में एकता और विश्वास का त्योहार है,ईद पर मेरा पैगाम अमन चैन का है। ईद की नमाज अदा कर नमाजियों ने देश में अमन चैन और दुआ ए खैर मांगा।इधर बीडीओ ठाकुर गौरी शंकर शर्मा एवं थाना प्रभारी बिनायक कुमार पाण्डेय ने लोगों से गले मिलकर ईद की मुबारक बाद दी।

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सरस्वती कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में चला मतदाता जागरूकता अभियान

निष्पक्ष और प्रलोभन मुक्त चुनाव के लिए अपने घरों व आस पड़ोस के लोगों को भी जागरूक करने का लिया गया निर्णय

जलडेगा:-आगामी लोकसभा निर्वाचन-2024 में मतदाता भागीदारी बढ़ाने, नैतिक मतदान एवं निर्वाचन संबंधी जागरुकता संदेश जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जलडेगा स्थित सरस्वती कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरुकता अभियान का आयोजन किया गया। इस दौरान मतदाताओं को उनके अधिकारों की जानकारी देकर लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा आम चुनाव में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने और चुनाव में शत- प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने की अपील की गई। कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर के निदेशक आलोक कुमार ने सभी को लोकतांत्रिक देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपने मत का उपयोग करने के अलावा मतदान के महत्व तथा निर्वाचन प्रणाली के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया। शिक्षक इत्यानंद बड़ाईक ने 1950 और सी विजिल ऐप वोटर हेल्पलाइन नंबर के बारे में जागरुकता बढ़ाने और सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उनका नाम वोटर लिस्ट में दर्ज हो। यदि किसी का नाम वोटर लिस्ट में नहीं है तो उसे बीएलओ के माध्यम से या वोटर हेल्पलाइन एप अथवा नंबर के माध्यम से फॉर्म 6 अवश्य भरने और प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का प्रयोग करने की जानकारी दिया। इस दौरान शपथ दिलाई गई कि वे लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें साथ ही अपने घरों व आस पड़ोस के लोगों को भी मतदान के लिए जागरूक करने का हर संभव प्रयास करेंगे।इस दौरान सुषमा कुमारी, कंचन कुमारी, प्रकाश पूर्ति, प्रकाश लुगुन, करीना, रिया, प्रिया, सपना, रितिका, मेघा, बीनामोती, चंद्रवती, करीना, अनिता, मालावती, असमा, प्रिस्कीला, काजल, अश्रिता, निर्मला, प्रियंका, उपेंद्र, प्रिया, सुमन सहित कई अन्य विद्यार्थी उपस्थित थे।

वन विभाग ने हांथी पीड़ित परिवारों के बीच मुआवजा राशि का किया वितरण

बानो:- गुरुवार को वैन विभाग के द्वारा हाथी पीड़ित परिवारो के बीच 14 लाख 49 हजार 640 रुपये की मुवावजा राशि का वितरण किया गया ।वन विभाग बानो में हाथी पीड़ित  परिवारो के  बीच मुवावजा की राशि चेक के माध्यम से  जिला परिषद बिरजो कंडुलना व बानो वन क्षेत्र पदाधिकारी अभय कुमार ने चेक के माध्यम से वितरण किया । जिला परिषद ने कहा हमारा प्रखण्ड हाथी पीड़ित क्षेत्र है।दुख की बात है कि जंगली हाथी के चपेट में आने के कारण प्रतिदिन हमारे निवासियों को मौत का सामना करना पड़ रहा है। मुवावजे में मिली राशि का सही उपयोग करें। इन पैसों का सही उपयोग से सभी अपने जीवन मे सुधार ला सकते हैं।।मालूम हो कि 14 फरवरी 2024 को हाटिंगहोडे बाजार से लौटने के क्रम में हाथी से आमना सामना हो गया।जिसमे डुमरिया के बिरहुली निवासी मरियम मुड़ाइन ,व कुसुम टोली की कलावती देवी की मौत हो गई थी।कागजी प्रक्रिया  के बाद गुरुवार को दोनो पीड़ित परिवार के लोगो के बीच मुवावजा राशि वितरण किया गया। साथ ही सिकोरदा निवासी मंगरा लोहरा व सोबर्ती  लोहराइन  दोनो हाथी के द्वारा हुई हमले में घायल हो गये थे ।उन्हें भी चेक प्रदान किया गया।वर्ष 2023-24 में प्रखण्ड के विभिन्न गावों में हाथी द्वारा किये गए क्षति  का मुवावजा राशि 6,69,640 रु प्रदान किया गया।कुल 14 लाख 49 हजार 640रुपये की राशि का मुवावजा राशि वितरण किया गया।मौके पर डुमरिया मुखिया लूथर भुइँया ,वन पाल विवेक वर्मा, लखिन्द्र सिंह आदि लोग उपस्थित थे।

दो मोटरसाइकिल की भिड़ंत में एक कि मौत,दो गंभीर रूप से घायल

बानो:-बानो थाना क्षेत्र के कोलेबिरा मनोहरपुर  एन एच में हाटिंगहोडे स्थित अवासीय विद्यालय के समीप दो मोटरसाइकिलों में आपसी भिड़ंत होने से एक युवक की मौत हो गयी। वहीं घटना में  दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।घायलों को बानो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार  सोय सिंजांग निवासी इमानुएल तोपनो 38 वर्ष मोटरसाइकिल से अपने घर से किरीबुरू जा रहा था। इसी क्रम में विपरीत दिशा से आ रहे एक अन्य मोटरसाइकिल सवार सचिन सुरीन व पौलुस समद  से आमने-सामने की टक्कर हो गयी।घटना में सचिन सुरीन‌ और पौलुस  समद गंभीर रूप से घायल हो गये।पौलुस के सिर में गम्भीर चोट व बायां पैर टूट गया।घायलों को  108 एंबुलेंस के माध्यम से बानो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया जहां प्राथमिक इलाज करने के बाद बेहतर इलाज हेतु सिमडेगा भेज दिया गया। वहीं सिंजाग निवासी इमानुएल की मौत घटनास्थल में हो गयी। इधर घटना की जानकारी होने पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।वहीं शव को अपने कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण हेतु भेजने की तैयारी में जुट गई।स्वास्थ्य केंद्र के डॉ मनोरंजन कुमार ने बताया  कि इमानुएल का अस्पताल पहुचने के पूर्व ही मौत हो चुकी थी। अन्य दो घायलों की स्थिति गम्भीर है।

आदिवासी एकता मंच के द्वारा धूमधाम से मनाया गया सरहुल पर्व

बानो:-आदिवासी एकता मंच के तत्वाधान  में सरहुल  पर्व धूमधाम के साथ  मनाया गया।इस अवसर पर सरना स्थल से बिरसा चौक होते हुए जयपाल सिंह मैदान तक सरहुल शोभा यात्रा निकाली गयी।सरहुल शोभा यात्रा में काफी संख्या में महिला पुरुष नाचते गाते शामिल हुए।सरहुल शोभायात्रा बिरसा चौक पहुंचने पर भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर लोगों ने माल्यार्पण किया।शोभा यात्रा का स्वागत भगवान बिरसा मुंडा खेल समिति के द्वारा किया गया शोभायात्रा में शामिल लोगों के बीच शरबत का विचारण किया गया।यहां प्रदीप सिंह ,अरविंद साहू ,विक्की मेहता,मो साबिर ,संतोष साहु,दीपक होरो, के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।इससे पुर्व स्टेशन रोड स्थित सरना स्धल‌ में पाहन परमोद लुगुन ,पीटर समद,सेलेम समद, जेवियर कन्डुलना,सोतों पहान,बुधवा पहान,बिरसा पहान,अनिलियुश पहान,मनबोद पहान, हन्दू मुन्डु,बिरसा समद ने सरना स्थल में विधिवत पूजा अर्चना किया इसके बाद सभी के सखुआ फुल दिया।जयपाल सिंह मैदान में नाच गान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में सिंजांग ,थॉमस स्कूल बानो, जराकेल पहनतोली प्रोजेक्ट बालिका, चकलावास बुरूहोंजर, सदाबहार टोली, बानो गिरजा टोली, पाहन टोली बानो के नृत्य मंडलियो ने भाग लिया।

बेहतर प्रदर्शन करने वाले सभी नृत्य मंडलियो को आदिवासी एकता मंच के सदस्यों के द्वारा पुरस्कृत किया गया। लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति का पर्व सरहुल प्रकृति से जुड़ा हुआ है हमें प्रकृति की रक्षा करने के लिए संकल्प लेना चाहिए आज पर्यावरण को संतुलित बनाने के लिए प्रकृति का संरक्षण करना आवश्यक है प्रकृति से हमारी जीविका चलती है प्रकृति हमारी धरोहर भी है ।प्रकृति बचेगा तो जंगली जानवरों का भी अस्तित्व बचेगा पेड़ पौधे सुरक्षित रहेंगे तो आने वाला पीढ़ी को भी बेहतर कल मिलेगा।इस अवसर‌ पर जिला परिषद सदस्य बिरजो कन्डुलना, प्रखंड प्रमुख सुधीर डांग, आदिवासी एकता मंच अध्यक्ष बिलकना बगरैला, सचिव अनुप मिंज ,पुजार सुधीर लुगुन,अमुस कडुंलना,अनमोल लुगुन,सोमारी कैथवार,मैकलीन लुगुन, के अलावा  एवं विभिन्न गांवों से लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन जगदीश बागे ने किया।

कोलेबिरा में पारंपरिक विधि व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया सरहुल

कोलेबिरा :- आदिवासी समाज के लोगो ने 11 अप्रैल को कोलेबिरा में सरहुल पर्व धूमधाम के साथ मनाया। जिले भर में इसे लेकर उत्साह का माहौल रहा। पहान के द्वारा जानकारी के अनुसार सरहूल पर्व के साथ नए साल की शुरुआत होती है, वसंत ऋतु में इस पर्व को मनाया जाता है। सरहुल पर्व चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन माया जाता है। मान्यता है कि सरहूल पर्व के साथ नए साल की शुरुआत होती है।आदिवासियों के लिए इस दिन का विशेष महत्व है। आज के दिन से ही आने वाले साल का अनुमान लगाया जाता है। इस पर्व में अगले एक साल के भोजन, पानी और खेती के लिए प्रकृति से प्रार्थना की जाती है। सरहूल पर्व को लेकर एक खास परंपरा है, इस पर्व के दौरान गांव का पुजारी जिसे पाहन कहा जाता है। उनके द्वारा मिट्टी के तीन पात्र लिए जाते हैं। जिसमें शुद्ध जल भरकर पूजा करके पूजा के स्थान पर रखा जाता है। अगले दिन प्रातः पाहन के द्वारा मिट्टी के तीनों पात्रों को देखा जाता है। जिससे एक साल के भविष्य का पता चलता है। जल स्तर से निर्धारित होता है भविष्य, यदि पात्रों से पानी का स्तर घट गया है तो वह अकाल की भविष्यवाणी मानी जाती है। वहीं यदि पानी का स्तर सामान्य रहा तो उसे उत्तम वर्षा का संकेत माना जाता है। सरहुल पूजा के दौरान ग्रामीणों द्वारा सरना स्थल साफ-सफाई की गयी। पूर्वजों के समय से चलती आ रही परंपरा में सभी सरना समाज के लोग पारंपरिक पोशाक पहनकर शोभा यात्रा निकाल कर दाढ़ी कुआ पहुंचते है।

मान्यता है कि इसका जल पूरी तरह शुद्ध होता है। इस जल को लेकर पैदल ही वापस पूजा स्थल पहुंचते है। जहां परंपरा के अनुसार झंडा गाड़ा जाता है। पूजा में फूल के रूप में सखुआ के फूल को भगवान पर चढ़ाया जाता है। इसके बाद सभी लोग प्रसाद लेकर अपने अपने घर वापस लौट जाते है। प्रकृति पूजा का पर्व है सरहुल, सरहुल पर्व आदिवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण पर्व है। वसंत ऋतु में इस पर्व को मनाया जाता है, यह पर्व मुख्यतः प्रकृति से संबंध रखता है। इस पर्व में आनेवाला साल हमलोगो के जीवन में खुशहाली लाएं। किसानों के चेहरे पर हमेशा खुशी बनी रहे, भोजन पानी का कमी हमारे जीवन में न हो, आने वाले साल में सुखा आकाल न पड़ें, इसकी प्रार्थना की पहान के द्वारा किया गया। इसके बाद चना और गुड़ का प्रसाद वितरण किया गया। मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेंगे, प्रखंड प्रमुख दुतामि हेमरोम, उप प्रमुख सुनीता देवी, कोलेबिरा मुखिया अंजना लकड़ा के अलावा हजारो के संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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