महारानी दुर्गावती के जीवनी से लोगों को लेनी चाहिए सीख:एनोस एक्का

सिमडेगा/बोलबा: बोलबा प्रखंड के अवगा परसा गांव में शनिवार को गोंडवाना महारानी दुर्गावती बलिदान दिवस का आयोजन किया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व मंत्री एनोस एक्का उनके पुत्र झापा जिला युवा अध्यक्ष संदेश एक्का, केंद्रीय समिति सदस्य विरसा मांझी एवं अन्य उपस्थित रहे। सर्वप्रथम रिबन काटकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की जिसके बाद महारानी दुर्गावती के तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित की। मौके पर उन्होंने कहा गोंडवाना साम्राज्य की वीरांगना महारानी दुर्गावती का नाम इतिहास में अमर है उन्हें अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए जिस प्रकार अपने राज्य को बचाया है और इस देश में अपना एक अलग पहचान छोड़ी है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है।रानी दुर्गावती हमारे देश की वो वीरांगना है, जिन्होंने अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगलों से युद्ध कर वीरगति को प्राप्त हो गई. वे बहुत ही बहादुर और साहसी महिला थीं, जिन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद न केवल उनका राज्य संभाला बल्कि राज्य की रक्षा के लिए कई लड़ाईयां भी लड़ी।हमारे देश के इतिहास की बात की जाये तो बहादुरी और वीरता में कई राजाओं के नाम सामने आते है, लेकिन इतिहास में एक शक्सियत ऐसी भी है जोकि अपने पराक्रम के लिए जानी जाती है वे हैं रानी दुर्गावती। रानी दुर्गावती अपने पति की मृत्यु के बाद गोंडवाना राज्य की उत्तराधिकारी बनीं, और उन्होंने लगभग 15 साल तक गोंडवाना में शासन किया।इतना ही नहीं रानी दुर्गावती ने मुगल शासक अकबर के आगे कभी भी घुटने नहीं टेके थे। इस वीर महिला योद्धा ने तीन बार मुगल सेना को हराया था और अपने अंतिम समय में मुगलों के सामने घुटने टेकने के जगह इन्होंने अपनी कटार से अपनी हत्या कर ली थी। उनके इस वीर बलिदान के कारण ही लोग उनका इतना सम्मान करते हैं। हमें इनके जीवनी से सीख लेनी चाहिए। मौके पर संदेश एक्का ने भी नमन करते हुए महारानी के जीवनी को याद कर उनके बताए मार्ग पर चलकर अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा करने का संकल्प लिया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से चेतन माझी संजीत माझी, जगदीश माझी, समान बेसरा सोवनाथ कालो ,भगवान पहान जोहरान मांझी एवं झारखंड पार्टी की ओर से अमन खेस,रसाल खलखो ,अंकित सुरीन नुवेल हैरेंज चिराग बाड़ा जोसेफ डुंगडुंग उपस्थित रहे।