सिमडेगा:- उपायुक्त सिमडेगा अजय कुमार सिंह ने गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित मनोरम पर्यटन स्थल का पर्यटन को नई दिशा देने के लिए नई सोच के साथ केला घाघ डैम भ्रमण किया। उपायुक्त ने केला घाघ की सुंदरता को देख अत्यंत प्रसन्न हुए। पर्यटन के रूप में विकसित करने हेतु आवश्यक संभावनाओं को तलाशा। उन्होंने कहा कि सुंदरता से परिपूर्ण सिमडेगा के पर्यटन केला घाघ, यह आर्थिकी दृष्टिकोण से भी अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है। साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यटन के आधारभूत ढांचे को सशक्त बनाने के साथ ही पर्यटक सुविधाओं के विस्तार पर ध्यान देने की दरकार है। सुरक्षित व भयमुक्त पर्यटन पर ध्यान देने के साथ ही पारंपरिक पर्यटन से बाहर निकलकर नए रूप में विकसित करने की जरूरत है।मौके पर जिला नजारत उप समाहर्ता राजेंद्र प्रसाद सिंह उपस्थित थे।
कोलेबिरा: वन परिक्षेत्र के रैसिया पंचायत में सोमवार को भालू के हमले से एक महिला गंभीर रूप से घायल।प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलेबिरा थाना क्षेत्र के किन वीरा गांव निवासी उर्मिला देवी पति जितेंद्र बड़ाईक सोमवार को लगभग 9 से 10 बजे के बीच खेत की ओर गई थी खेत में काम करने के पश्चात खाना खाने के लिए खेत के सामने बहते हुए पानी पर हाथ पैर धो रही थी तभी अचानक एक जंगली भालू ने हमला बोल दिया। भालू ने उर्मिला के पैर को जख्मी कर डाला, उर्मिला किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागने लगी। भागते हुए रास्ते में वहां के ग्रामीण से सहायता मांगते हुए घर पहुंची तत्पश्चात परिजनों के द्वारा घायल उर्मिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलेबिरा पहुंचाया। जहां चिकित्सकों द्वारा उसकी प्राथमिक इलाज की गई। वही वन विभाग को सूचना मिलने पर वन विभाग के फॉरेस्टर हेमंत कुमार त्वरित कार्रवाई करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलेबिरा पहुंचकर घायल उर्मिला का हाल चाल लेते हुए तत्काल ₹5000 सहायता राशि दी। वही वन विभाग के कर्मी घटनास्थल पहुंचकर मामले की छानबीन में जुटी है।
केरसई-कुरडेग वन क्षेत्र के 27 लाभुकों के बीच हाथी के हमले से हुए क्षतिपूर्ति का भुगतान किया गया,वन विभाग द्वारा लाभुकों को कुल 765000 रूपया भुगतान किया गया।क्षतिपूर्ति भुगतान कार्यक्रम में लाभुकों को संबोधित करते हुए सांसद प्रतिनिधि रवि गुप्ता ने कहा कि हाथी द्वारा जान-माल की क्षति, घर द्वार की छति या फिर फसल की छति हो ग्रामीणों को जागरूक होकर सरकार द्वारा देय योजनाओं एवं क्षतिपूर्ति का लाभ उठाना है।साथ ही ग्रामीणों की यह जिम्मेवारी है की जंगल की रक्षा करें अधिक से अधिक मात्रा में वन विभाग से मिलकर पेड़ पौधे लगाएं और गर्मी के दिनों में जंगल में आग नहीं लगाएं जंगल का क्षेत्रफल कम होने से पेड़ अधिक मात्रा में कटाई होने से हाथी अब जंगल छोड़कर हमारे घर तक पहुंचने लगी है जिससे जानमाल की क्षति हो रही है फसल की भी छति हो रही है, हाथी से बचने का स्थाई समाधान है कि हम सभी जंगलों की रक्षा करें एवं पेड़ पौधे अधिक लगाएं साथ ही घर में शराब बनाकर बिल्कुल ही ना रखें क्योंकि सर आज के महक से हाथी आकर्षित होते हैं। मौके पर टेंसर पूर्वी पंचायत की मुखिया अगुस्ता डुंगडुंग,वन समिति अध्यक्ष समीर केरकेट्टा,वन विभाग से वनरक्षी रंजीत सिंह ग्राम सभा अध्यक्ष महेश प्रधान,उप मुखिया सागर पहान पंचायत सच्चीव हालेन लकड़ा,रोजगार सेवक पोंसीयन कुजूर, वार्ड सदस्य सुबती देवी, दोमनिका सोरेंग,ग्लोरिया कुल्लू, आभा खेस, तेलेसफॉर डुंगडुंग सलीम कैथा सहित बड़ी संख्या में लागू एवं ग्राम वासी उपस्थित थे।
बोलबा:- बोलबा प्रखंड के आलिंगुड गाँव में वन विभाग के तत्वधान में मनाया गया 74वां वन महोत्सव। इस मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी, प्रखंड के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया। इस मौके पर शमशेरा पंचायत के मुखिया सुरजन बड़ाइक द्वारा वन विभाग के अधिकारीयों को प्रखंड के समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा गया कि लगातार जंगली हाथियों द्वारा किसानों के धान सहित अन्य फसल को बर्बाद किया जा रहा है । जिसे किसान अब खेती करना भी नहीं चाह रहे हैं । इसको भगाने के लिए विभाग की ओर से उचित ब्यवस्था किया जाये । साथ ही ग्रामीण एवं प्रशासन मिलकर वनों को संरक्षित करने के लिए पहल करना चाहिए । वहीं प्रखण्ड मुख्यालय से आलिंगुड होते हुए उड़ीसा बॉर्डर तक बन रहे सड़क निर्माण कार्य में वन विभाग द्वारा रोक लगा दिया गया है । आधा – अधूरा सड़क निर्माण से बारिश के मौसम में लोगों को आने जाने के लिए काफी कठिनाई हो रही है । इस समस्याओं का जल्द समाधान करने की माँग की गई। मौके पर डीएफओ अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा कि अभी 45 हेक्टेयर जमीन पर 45000 मिक्स पौधा लगाया गया है । जिसकी देखने के लिए एक व्यक्ति का चयनित किया गया है । परंतु इस पर गांव वाले भी सहयोग करें । जिन क्षेत्रों पर प्लांटेशन नहीं लगा है उन क्षेत्र पर ही अपनी मवेशियों को चराने ले जाएं । ताकि लगाए गए प्लांटेशन सुरक्षित रहे । साथ ही इस प्लांटेशन में हाथी के खाने के लिए भी पौधा लगाया गया है । जिसके चलते हाथी का आक्रमण गांव वालों पर नहीं होगा । हाथी का भरपूर भोजन इस प्लांटेशन में ही हो जाएगा इस प्लांटेशन में कटहल, जामुन, बांस एवं पहले से ही चिरौंजी और अन्य पेड़ हैं । जिसे हाथी अपना भोजन बना सकता है । ग्रामीणों के घर एवं फसलों को बर्बाद नहीं करेगा । उन्होंने कहा की 15 जून से सरकार द्वारा जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों के घर एवं फसल की क्षति होती है तो उसका मुआवजा बढ़ाया गया है । उन्होंने बताया कि यदि हाथी या जंगली जानवर द्वारा किसी व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर देता था तो सरकार द्वारा पहले एक लाख रुपया मुआवजा दी जाती थी । परंतु अब उसे बढ़ाकर दो लाख रुपया कर दिया गया है । यदि किसी व्यक्ति का हाथ पैर टूट जाता है तो उसे पहले दो लाख रुपया दिया जाता था । जिसे अब बढ़ाकर तीन लाख पच्चीस हजार रुपया कर दिया गया है । किसी ब्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर पुराने राशि चार लाख ही मिलेंगे ।
वन प्रमण्डल पदाधिकारी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि बोलबा से टकबहाल तक सड़क निर्माण के संबंध में पाँच बिंदु पर काम करना था जो कि चार बिंदु पर मैंने कर दिया वहीं एक बिंदु पर केंद्र सरकार को करना है मैंने रिपोर्ट भेज दिया हूँ । उम्मीद है कि जल्द इसका काम पूरा हो जायेगा ।मौके पर जिला परिषद के सदस्य अनीता सोरेंग, अंचलाधिकारी बलिराम माझी ,वन क्षेत्र पदाधिकारी शंभू शरण चौधरी, मुखिया सुरजन बड़ाईक, उप मुखिया सियावर सिंह , वन कर्मी जतरू उरांव ,प्रशांत भारती, जैनुल अंसारी, रामदयाल प्रसाद, एसआई सुमन कुमार एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
केरसई प्रखंड के किनकेल पंचायत के पहाड़कोना गाँव में वनाधिकार कानून 2006 के तहत ग्राम सभा की बैठक ग्राम सभा अध्यक्ष जुएल कुजूर की अध्यक्षता में किया गया।इस बैठक में झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के वनोपज के बाजारीकरण प्रभारी कुन्दन कुमार गुप्ता, ग्राम सभा मंच के मीडिया प्रभारी खुशीराम कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता नॉमिता बा, मनीषा खलखो एवं प्रखंड प्रभारी अनूप लकड़ा को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया।मौके पर कुन्दन कुमार गुप्ता ने कहा कि आज हमें ग्राम सभा को बाजार से जोड़कर सीधे लाभ लेना होगा।हमारे ग्राम सभा को भी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिला के ग्राम सभा की तरह काम करने के जरूरत है जिससे कि हमारा ग्राम सभा पूर्ण रूप से शशक्त बनें।इस अवसर पर खुशीराम कुमार ने कहा कि वनाधिकार कानून 2006 हमारे लिए रक्षा कवच के रुप में है और हमें हमारे पूर्वजों ने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ते हुए हमारे लिये विरासत के रूप में छोड़ गए हैं,इसलिए हमें अपने जंगलों की जैव विविधता की रक्षा करने के साथ साथ सरंक्षण,संवर्धन और प्रबंधन करते हुए रक्षा करना होगा जिससे कि पृथ्वी के साथ साथ पर्यावरण बची रहे।आज इसी को लेकर अनूप लकड़ा जी के अगुवाई में खाली पड़े वन भूमि पर पौधा रोपण किया जा रहा है।और आज कल हम सब रासायनिक खादों के उपयोग करने के कारण तरह तरह की बीमारियों से ग्रसित होना पड़ रहा है इसलिए जंगलों के खर पतवार से जैविक खाद बनाने की विधि को जानना होगा और जैविक खाद का उपयोग अपने खेत टांड में करना होगा। इस कार्यक्रम में प्रखंड प्रभारी अनूप लकड़ा, समाज सेवी नॉमिता बा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।बैठक में चौराटांड ग्राम सभा अध्यक्ष राफेल कुल्लू, वनाधिकार समिति के अध्यक्ष एरिक कुजूर,मनीषा खलखो,जितेंद्र मांझी,महेश्वर मांझी,विजाधार मांझी, पुष्पा बिलुंग, अलमा केरकेट्टा, मालती देवी, तेलेस्फोर कुजूर, बिनोद कुजूर, सुनील आईद,नूतन कुल्लु, ईश्वर दास,स्वाति खाखा सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
कोलेबिरा:सिमडेगा के कोलेबिरा प्रखंड अंतर्गत लचरागढ़ स्थित मोंटफोर्ट विद्यालय के छात्रवास में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके माध्यम से छात्रवास के विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर और चारदीवार के किनारे सागवान, सेमल, अशोक और शीशम के कई वृक्ष लगाए। इस अवसर पर मोंटफोर्ट विद्यालय के प्रिंसिपल ब्रदर केएम आरोग्यम ने विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए पर्यावरण के महत्व को समझने पर बल दिया। समाज में वृक्षारोपण को लेकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर शिक्षक सैमसन मिंज सहित विद्यार्थीगण मौजूद थे।
वनों का संरक्षण जरूरी क्योंकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्थान में वनों की अभिन्न भूमिका….एनोस एक्का
कोलेबिरा:-कोलेबिरा वन प्रक्षेत्र के एडेगा पंचायत में वन विभाग के नेतृत्व में वन महोत्सव एवं पौधारोपण कार्यक्रम हुआ, इसमें पूर्व मंत्री झारखंड सरकार एनोस एक्का, सिमडेगा जिला परिषद अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेग झारखंड पार्टी युवा नेता संदेश एक्का शामिल हुए ।अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एनोस एक्का ने शहीद अनिल तोपनो चौक के समीप पौधारोपण कर कार्यक्रम सुरक्षा संरक्षण का लिया संकल्प लेते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की अवसर पर उन्होंने वहां उपस्थित सभी जनसमूह से एक एक पेड़ लगाने की अपील की वही जंगल को संरक्षित करने की बात कही उन्होंने इनके लाभ गिनाए कि हमें जंगलों से ऑक्सीजन मिलती है वही वनउत्पाद से सिमडेगा जिला के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को रोजगार के साथ आर्थिक सहयोग मिलता है* साथ ही उपस्थित लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा जहां रौपे गए पौधों के बड़े होने तक संरक्षण करने को कहा, यह पेड़ पूरे जीवन व्यक्ति को फल, छाया, लकड़ी, आक्सीजन इत्यादि देकर सहयोग करते रहेंगे। वही सिमडेगा में हाथी प्रभावित क्षेत्र को लेकर उन्होंने कहा जंगल की बचाव जरूरी है जंगल के कटने से हाथी ग्रामीण क्षेत्र में घुस रहे हैं और लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं हाथी भगाने की टीम जिले में रहनी चाहिए ताकि सारड़ा के जंगल तक उन्हें पहुंचाया जा सके ग्रामीण परेशान हैं अब हम आ गए हैं हमारी प्राथमिकता होगी इस काम से निजात दिलाने के लिए मैं सरकार तक भी इस बात को पहुंचऊंगा और जंगली हाथी से लोगों का निजात दिलाना मेरी प्राथमिकता होगी।अवसर पर मुख्य रूप से वन क्षेत्र पदाधिकारी राजेश्वर पासवान झारखंड पार्टी युवा नेता संदेश एक्का एडेगा ग्राम पंचायत मुखिया जीरेंन डांग फॉरेस्टर हेमन्त कुमार वन उपरिसर पदाधिकारी नीतीश कुमार वन कर्मी मनोज कच्छप सतेंदर कुमार प्रदीप कुल्लू के अलावे एडेगा पंचायत के ग्रामीण शामिल थे।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ठेटांईगर प्रखंड के कोनबेगी गांव में अच्छे वर्षा की कामना के लिए विभिन्न देवायलों में कि आज जल अभिषेक किया गया।इसके तहत आज अहले सुबह गांव के सभी घरों की महिलाएं अपने अपने घरों से लौटा लेकर स्थानीय नाले, तलाबो इत्यादि से एक-एक लोटा जल देकर सर्वप्रथम गांव देवी मंदिर स्थित शिवालय में बारी-बारी से जलाभिशेक किए। तत्पश्चात गांव में जितने भी पूजन स्थल एवम पीपल पेड़ है उनमें घूम-घूम कर जब जल अभिषेक किए। उसके सभी महिलाएं गांव के पूर्व मुखिया सह गांव की अभिवावक तुल्य श्री कृष्ण प्रसाद के घर स्थित आंगन में तुलसी मैं जल चढ़ाने के बाद पूर्व मुखिया दंपति को पारंपरिक रीति से पैर धोकर एवम उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और उनके आंगन में स्थानीय भाषा से अच्छे वर्षा की कामना की गीत गाकर सामूहिक नाच किए। कोनबेगी गांव में ये परंपरा वर्षो से चलता आ रहा है। गांव के पुरोहित मदन पाहन की अगुवाई में भंडार टोली, तेली टोली,सराई टोली, पाहन टोली,जलकी टोली, नवा टोली,स्कूल टोली, डैम टोली,नागदा टोली ,सरना टोली इत्यादि के सैकड़ों महिलाए सामिल रही।
सिमडेगा: समाज सेवी प्रेम कुमार ने बीरु मे कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों को बारिश से बचने के लिए बच्चों के बीच छतरी का वितरण किया। बारिश होने के कारण बहुत से बच्चे रोज स्कूल नही जा पाते थे और प्रेम के निशुल्क पाठशाला मे भी नही आ पाते थे। इसको देखते हुए की बच्चों की शिक्षा ना रुके इसके लिए आज इनको छाता दिया कार्यक्रम मे प्रेम ने बताया की पगरिया वेल्फेयर फॉउण्डेशन के मदद से बीरु मे एक पाठशाला चलता है और बहुत जल्द हम सिलाई सेंटर भी खोलने वाले है ताकि यहाँ की महिलाएं भी रोजगार मे आगे बाद सके बच्चे छाता पाकर बहुत खुश थे पगरिया वेल्फेयर फाउंडेशन व प्रेम को धन्यवाद दिया मौके पर ट्विकल कुमारी सीमा कुमारी राज अंकित खुशी व बच्चों के अभी भावक मजूद थे।
सिमडेगा: सिमडेगा में जहर का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा लगातार सर्पदंश के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन इसके बावजूद लोग जागरूक नहीं हो पा रहे हैं सिमडेगा के केयर से इंदिरा चौक के समीप कार्य कर रहे लकड़ी मिस्त्री जयदेव वर्मा को जहरीले सांप ने डसा इसके बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल सिमडेगा में भर्ती कराया जहां पर उसकी उपचार चल रही है बताया गया कि उसे सांप ने डसा तक पता नहीं चला लेकिन थोड़ी देर बाद पैर में सूजन होने लगा और सांप काटने के निशान दिखने लगा था वह घबरा गया और उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया इधर फिलहाल को खतरे से बाहर है। वही दूसरा मामला ठेठईटांगर के बांसपहाड़ गांव की है। जहां का 24 वर्षीय अजय सिंह नामक युवक को सांप ने डसा इसके बाद उसे भी सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया बताया वह सोच के लिए जा रहा था इसी दौरान पैर के नीचे आ गया तब उसे सांप ने डसा हालांकि सदर अस्पताल में उसकी उपचार चल रही है वह भी खतरे से बाहर है। सिविल सर्जन डॉक्टर नवल कुमार ने लोगों से अपील की है कि लोग सब 10 मामले को नजरअंदाज ना करें सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक वाइल उपलब्ध है तत्काल अस्पताल का सहारा ले झाड़-फूंक के चक्कर में ना पड़े।