जगदीश बड़ाइक और उनके टीम ने दिल्ली में मर्दानी झूमर गीत पर मचाया धूम

अमृत महोत्सव के अवसर पर दिल्ली में चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम में संगीत नाट्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध नागपुरी लोकगायक जगदीश बड़ाईक ने पारंपरिक मर्दानी झूमर गीत पेश कर दिल्ली समेत देशवासियों को झारखंडी गीत पर झूमने को मजबूर कर दिया। दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में देश के कई अन्य राज्यों के प्रसिद्ध कलाकारों ने भी हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में झारखंड से जगदीश बड़ाईक ने 22 सदस्य कलाकारों के समूह के साथ कार्यक्रम पेश किया। कार्यक्रम के दौरान झारखंड की प्रस्तुति पर कलाप्रेमियों ने भरपूर प्यार लुटाया। इस कार्यक्रम में अपने राज्य की भाषा संस्कृति पर आधारित पारंपरिक गीतों की प्रस्तुति देनी थी।

झारखंडी मर्दानी झूमर गीत पेश करने में जगदीश बड़ाईक को ढोलक में नंदलाल नायक,मांदर में प्रनन्द दास, बांसुरी में श्रवण दास, नगमा में गिरधारी नायक,सितार में ठाकुर दास कोइरी,हारमोनियम में अरुण नायक सहित अन्य कलाकारों का सहयोग मिला। झारखंड की संस्कृति को गीतों के माध्यम से पूरे देश मे पहुंचाने पर क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह है।

वन अधिकार कानून 2006 पर विकास केंद्र में फिया फाउंडेशन द्वारा दी गई प्रशिक्षण

सिमडेगा: वन अधिकार कानून 2006 के तहत विकास केंद्र सिमडेगा में वन अधिकार समिति के सदस्यों को वन अधिकार कानून 2006 को लेकर प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण में मुख्य रूप से बानो एवं पाकरटांड प्रखंड के समिति सदस्य उपस्थित रहे इस दौरान वन अधिकार अधिनियम 2006 के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि वन निवासी जनजातीय समुदाय एवं अन्य पारंपरिक वन वासियों को वन संसाधन संबंधित उनके अधिकारों को मान्यता प्रदान करने एवं समुदाय की विभिन्न जरूरतों के लिए यह कानून है जिसमें आजीविका निवास एवं अन्य सामाजिक सांस्कृतिक आवश्यकताएं शामिल है। बताया गया कि ग्रामसभा एवं अधिकार धारकों को विशेष अधिकार प्राप्त है तथा किसी प्रकार के विनाशक कार्रवाई को रोकने का भी उत्तरदायित्व देता है  इससे वन में रहने वाले समुदायों के साथ चीर कालीन अन्याय को समाप्त करना उद्देश्य है तथा वनवासियों को आजीविका एवं खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा कई चीजें शामिल है। प्रशिक्षण के दौरान एक्शन प्लान भी बनाया गया था कि पेंडिंग वन पट्टा एवं नया वन पट्टा आवेदन हेतु लोगों को जागरूक किया जा सके ।इस मौके पर मुख्य रूप से सुनीता मुंडा ललित कुमार मंतोष कुमार पंचायत के कार्यकर्ता एवं वन अधिकार समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

ठेठईटांगर के प्रखंड मैदान में 26 एवं 27 नवंबर को आयुष मेला का होगा आयोजन

ठेठईटांगर: ठेठईटांगर प्रखंड मैदान में आगामी 26 एवं 27 नवंबर को आयुष विभाग की ओर से प्रखंड स्तरीय आयुष मेला का आयोजन किया जाएगा और आयुष मेला में मुख्य अतिथि कोलेबिरा विधायक विक्सल नमन कौनगाडी होगे। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया की इस मेले में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति जिसमें आयुर्वेद ,होम्योपैथी, यूनानी चिकित्सा पर विशेष जोर दिया गया है।बहुत सारे विकसित देशों में हमारी पुरानी तकनीक का ज्ञान आयुर्वेद की ओर लोग आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि उक्त आयुष मेला में हमारे आसपास के क्षेत्रों में मिलने वाले औषधीय पौधों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी जाएगी ताकि किसी समय अगर हमें उन पौधों की आवश्यकता होगी तो उनसे हम उपचार कर सकेंगे उन्होंने प्रखंड वासियों को उक्त मेला में आकर मेला का लाभ उठाने की अपील की।

खेलो झारखंड कार्यक्रम से गांव के बच्चों में छिपी प्रतिभा उभर कर राज्य तक पहुंचेगी: जोसिमा खाखा

प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभा हुए पुरस्कृत

पाकरटांड़ के केशलपुर स्कूल में खेलो झारखंड के तहत चल रहे दो दिनी खेलकूद प्रतियोगिता का समापन मंगलवार को किया गया। समापन के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद विधायक भूषण बाड़ा की धर्मपत्नी सह जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। साथ ही सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि आप सभी विजेता प्रतिभागी जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में भी सफलता अर्जित करें। हमारी शुभकामनाएं एवं विधायक भूषण बाड़ा का आशीर्वाद हमेशा आप सभी के साथ है। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार का खेलो झारखंड कार्यक्रम गांव स्तर में छिपी बच्चों की प्रतिभा को निखारने का सराहनीय प्रयास है। इस आयोजन से ग्रामीण परिवेश में छिपी बच्चों की प्रतिभा उभर कर राज्य तक पहुंचेगी।

झारखंड सरकार और विधायक भूषण बाड़ा खेलों के विकास एवं खिलाड़ियों के हित मे लगातार कार्य कर रही है। इसी का नतीजा है कि दिन प्रतिदिन एक से बढ़कर एक खिलाड़ी उभर कर सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिता के आयोजन से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है। खेल आयोजन बच्चों की प्रतिभा भी निखारने में कारगर सिद्ध होता है। जोसिमा खाखा ने कहा कि जब भी ऐसे मौका मिलती है। सभी खिलाड़ी एवं बच्चे ऐसे मौका का लाभ उठाएं। ऐसे प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और अपनी प्रतिभा की पहचान बनाएं। वही प्रमुख रजत लकड़ा ने भी सफल प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। साथ ही कहा की आप सभी सफल बच्चे ऊंचाइयों की बुलंदियों को छुएं। आप दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर प्रखंड व जिला का नाम रोशन करें। प्रतियोगिता में उपप्रमुख प्रतिमा कूजुर, केशलपुर मुखिया ज्योति प्रकाश कुल्लू, फा जुगल किशोर, फा उषार, फा रोशन, निर्मला शोषण खेस, कैडबेड़ा पंचायत के उप मुखिया, शिक्षक एम्मा बाड़ा सहित कई शिक्षक व काफी संख्या में बच्चे उपस्थित थे।

सात दशक पूर्व लालच में बने थे ईसाई,आज हुई घर वापसी

समाज के धर्मातरित लोग वापस आएं,स्वागत है:कृष्णा बडाईक

सिमडेगा:-जलडेगा प्रखंड के कोनमेरला गांगुटोली निवासी गोबिंद बड़ाईक पिता स्व मंगरा चीक बड़ाईक सपरिवार सामाजिक रीति रिवाज के साथ ईसाई धर्म को छोड़कर अपना पुराना धर्म सरना में वापसी किया।सरना धर्म में वापस लौटने वालों में गोबिंद बड़ाईक के साथ उनकी धर्मपत्नी बंधन देवी, पुत्री मुस्कान बड़ाईक, पुत्र आकाश बड़ाईक, पुत्री साक्षी बड़ाईक, सिमी बड़ाईक, रागिनी बड़ाईक, एवं आरती बड़ाईक हैं। लगभग 1964-65ईस्वी में गोबिंद बड़ाईक का पिताजी ईसाई धर्म अपना लिया था उसी समय से इनका परिवार ईसाई धर्म मानते आ रहा था। अपने पुराने धर्म सरना में वापसी के लिए इनके द्वारा चीक बड़ाईक समाज के प्रखंड अध्यक्ष माघु बड़ाईक को आवेदन देकर समाज के पदाधिकारियों एवं सदस्यों से निवेदन किया था।इसी के आलोक में रविवार को ग्राम कोनमेरला गांगुटोली में समाज के जिलाध्यक्ष कृष्णा बड़ाईक एवं प्रखंड अध्यक्ष माघु बड़ाईक उपाध्यक्ष जयंती बड़ाईक पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र बड़ाईक तथा ग्राम अध्यक्ष राजेश बड़ाईक की उपस्थिति में स्वजातीय कुटुंब बंधुओं के द्वारा सामाजिक विधि विधान एवं रीति-रिवाज के साथ समाज में शामिल किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चीक बडाईक समाज के जिलाध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य कृष्णा बडाईक ने कहा की लोग चंद लालच में आकर धर्म परिवर्तन कर लेते हैं।ईसाई मिशनरियां भोले-भाले गरीबों को पद और पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन जैसे कुकृत्य को अंजाम देते हैं।उन्होंने कहा की जो समाज अपनी रक्षा नहीं कर सकती ,उसका एकदिन विनाश हो जाता है।समाज के लोग संगठित होकर रहे।नशा का त्याग कर पढें और पढाएं तभी हमारा समाज भी अन्य समाज के जैसा सुशिक्षित होगा।घर वापसी कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री चतुर बड़ाईक,देवदर्शन बड़ाईक हीराचंद्र बड़ाईक, शिवचरण बड़ाईक , धनेश बड़ाईक ,राम बड़ाईक,बसंत बड़ाईक, मनोहर बड़ाईक,बिजेय बड़ाईक, रामपाल बड़ाईक ,सरस्वती बड़ाईक,आरती देवी, उषा देवी, सीता देवी,अंजनी देवी रूपम बड़ाईक समेत काफी संख्या में समाज के गणमान्य सदस्य एवं महिलाएं उपस्थित थे।

रांची में आयोजित दिवाली मेले का आकर्षण केंद्र बना बाल संरक्षण इकाई सिमडेगा स्टॉल

सिमडेगा:झारखंड में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए रांची के मोराबादी मैदान में दिवाली मेला आयोजन कराया है। इस मेले में कुल्हड़ चाय, समोसा, दक्षिण एवं उत्तर भारत खाद्य डिस्क, रेशम एवं सूती कपड़े, फर्नीचर, खिलौने, कृषि एवं पशुपालन, आचार एवं ऑटोमोबाइल इत्यादि की स्टॉल लगे हुए हैं लेकिन इस मेले में बाल संरक्षण इकाई सिमडेगा का स्टॉल सभी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह स्टॉल दिवाली मेले के ई 35 नंबर में लगा हुआ है। गौरतलब है कि बाल संरक्षण इकाई के स्टाल में संप्रेषण गृह एवं बाल गृह में रहने वाले बच्चों द्वारा बनाई गई अनेक वस्तुओं जैसे चित्रकारी, हस्तकला, ऊन से बने कपड़े एवं बाल संरक्षण के जागरुकता से संबंधित पत्र-पत्रिकाएं, बुकलेट इत्यादि लगाएं गए हैं। मौके पर उपस्थित जिला बाल संरक्षण इकाई सिमडेगा के सामाजिक कार्यकर्ता अंकित कुमार ने स्टॉल देखने के लिए आए लोगों को बाल संरक्षण से संबंधित जानकारी एवं अधिनियम को बताया। साथ ही साथ लोगों से अपील की जा रही है कि आसपास के असहाय, जोखिम एवं जरूरतमंद बच्चों को बाल संरक्षण इकाई को सूचित करें ताकि उनके बेहतर देखभाल, पोषण एवं संरक्षण के लिए कार्य किया जा सके।

फीफा विश्व कप अंडर-17 मे गुमला की दो बेटियां कर रही है मेजबानी। बिशुनपुर की बेटी अष्टम उरांव टीम की बनी कप्तान, वही चैनपुर की बेटी सुधा अंकिता तिर्की टीम में हुई शामिल।

फीफा विश्व कप अंडर-17 के लिए भारतीय महिला टीम की घोषणा की जा चुकी है। जिसमे गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड के बनारी गोररा टोली की रहने वाली अष्टम उरांव को राष्ट्रीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। जिससे परिजन सहित पूरे बिशुनपुर प्रखंड में खुशी की लहर छा गई है। इस मौके पर राष्ट्रीय टीम के कप्तान अष्टम उरांव के पिता हीरालाल उराव ने कहा कि आज मुझे अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। जो पूरे दुनिया में अपने प्रतिभा के दम पर नाम रौशन कर रही है। उन्होंने बताया कि गरीबी के कारण किसी प्रकार वह अपने बच्चों का परवरिश किए परंतु शिक्षा एवं संस्कार देने का भरपूर प्रयास किया। जिसका नतीजा आज सामने है। बिशुनपुर जैसे जगहों में खेल का कोई सुविधा नहीं होने के बावजूद वह आज भारतीय महिला टीम का कप्तान बन गई। इससे मुझे काफी गर्व महसूस हो रहा है। वही अष्टम उराव की मां तारा देवी ने बताया कि अष्टम शुरू से ही एक जुझारू बच्ची है वह जिस काम को ठान लेती है उसे पूरे मन के साथ करती है। यही वजह है कि आज वह इस मुकाम तक पहुंच पाई है। उन्होंने कहा कि मैं अपने सभी बच्चों को माड़ भात बोथल भात खिला खिला कर परवरिश की हूं। इस मौके पर अष्टम उरांव को बधाई देते हुए राजसभा सांसद समीर उरांव ने कहा कि अष्टम उरांव का कप्तान बनना बिशुनपुर सहित पूरे झारखंड राज्य के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में झारखंड का डंका पूरे विश्व में बज रहा है क्रिकेट की दुनिया में झारखंड के महेंद्र सिंह धोनी ने अपने कप्तानी में कई विश्वकप दिलाएं वहीं अब बिशुनपुर की बेटी अष्टम उरांव ने महिला अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टीम की कप्तान बनकर निश्चित ही वर्ल्ड कप जीत कर आयेगी।

वही चैनपुर की रहने वाली सुधा अंकिता तिर्की टीम में शामिल होकर ना सिर्फ गुमला का नाम रोशन की है बल्कि पूरे देश का नाम रोशन की है, इधर टीम में सुधा अंकिता तिर्की का नाम आने पर गुमला में सभी जगह हर्ष का माहौल है जबकि चैनपुर के सभी लोगों के द्वारा खुशी जाहिर की जा रही है।

हिंदुस्तान के बाद सात समुंदर पार फिजी और आस्ट्रेलिया की धरती पर सिमडेगा के सक्षम बिखेरेगा सुरीले संगीत का जादू

कोलेबिरा:किसी ने सच ही कहा है लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती और इस बात को चरितार्थ कर दिखाया है कोलेबिरा के 14 वर्षीय बालक , जिन्होंने अपनी सुरीले संगीत की बदौलत एक छोटे से गांव से निकलकर ऑस्ट्रेलिया और फिजी तक का सफर तय कर रहा है सक्षम अपने 25 दिनो के पहली और एक लम्बे समय के लिए झारखण्ड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से शनिवार को रवाना हुआ वो अपने सुरीले संगीत का जादू बिखेरने फिजी और आस्ट्रेलिया जा रहा है जहां यह बालक तराना इंटरनेशनल के बैनर तले टीन एज रॉक स्टार शो में अपना जलवा दिखाएगा। सक्षम तिवारी की जिनका कहना है संगीत एक ऐसी भाषा है जो पूरी दुनिया समझ सकती हैं।

जिन्होंने बचपन से ही अपनी मधुर आवाज के बल पर अपना लोहा मनवाया। सक्षम अभी तक , कोलकाता, मुम्बई झारखंड बिहार आदि बड़े शहरों में 150 से अधिक लाइव शो कर चुका है। इसके अलावा वॉइस ऑफ झारखंड रेडियो सिटी जेके इंटरनेशनल के विनर रह चुका हैं। वही सा रे गा मा लिटिल चैंप्स सुपरस्टार सिंगर के मुंबई ऑडिशन में भाग ले चुके हैं इसके अलावा क्षेत्रीय भाषा में भी एक से बढ़कर एक संगीत इन्होंने पेश की है एक ओर जहां सावन के महीनों में अपनी सुरीली आवाज का जादू दूरदर्शन चैनल में बिखेरा जिन्हें लोगों ने काफी सराहा वही सिमडेगा में रामरेखा महोत्सव में सिमडेगा के तत्कालीन उपायुक्त विजय कुमार और आरक्षी अधीक्षक राजीव रंजन जी की एक सार्थक प्रयास से आऐ बड़े कलाकार श्रद्धा दास ,मालिनी अवस्थी, पूजा भट्ट ,अनूप जलोटा, के साथ मंच साझा कर अपनी गायकी का क्षेत्र में लोहा मनवा चुके हैं।

कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक कर लोगों को किया गया जागरूक

सिमडेगा: जिले में यूनिसेफ एवं लोहरदगा ग्राम स्वराज संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में जिले के पांच प्रखंड ठेठईटांगर, जलडेगा, बांसजोर, सिमडेगा एवं पाकर टाड़ प्रखंड में कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी के तहत कई जगहों पर नुक्कड़ नाटक एवं गीत संगीत के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का काम किया गया सोमवार को भी सिमडेगा शहर क्षेत्र के कचहरी के समीप गीत-संगीत से लोगों को जागरूक किया।

संस्थान के प्रखंड समन्वयक धर्मेंद्र पंडा ने कहा कि नुक्कड नाटक की टीम हर पंचायत में जाकर लोगो को वैक्सीनेशन, बूस्टर डोज, बाल विवाह के कुप्रभाव, स्तनपान,दुलार पर जागरूक करेगी उन्होंने लोगो से अपील की है कि सभी लोग वैक्सीनेशन का दोनों डोज ज़रूर पूरा करे तथा जिसका दूसरा डोज का 6 महीना हो चुका है वे लोग बूस्टर डोज अवश्य ले साथ ही जिले वासियों से अपील की है कि किसी भी परिस्थिति में बाल विवाह ना हो यह समाज के लिए अति घातक है । इधर जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय लोगों को गीत संगीत एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया गया साथ ही सभी लोगों को जल्द से जल्द सरकार द्वारा संचालित इन योजनाओं का लाभ लेने की बात कही।

सिमडेगा जमीअत उलेमा हिंद के तत्वावधान में होगा 28 को सद्भावना मंच कार्यक्रम

सिमडेगा:जमीअत उलेमा हिंद जिला इकाई की बैठक मंगलवार की शाम जमजम काम्पलेक्स में हुई। सदर माैलाना मिन्हाज की अध्यक्षता में आयाेजित बैठक में 28 सितंबर काे शाम 6 बजे से जमजम काम्पलेक्स में सदभावना मंच कार्यक्रम आयाेजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में कहा गया कि आपसी साैहार्द काे मजबूत करने के उद्देश्य से आयाेजित हाेने वाले इस कार्यक्रम में सभी धर्मसंप्रदाय के लाेगाें काे आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में कहा कि वक्ता के रूप में सभी धर्म के धर्मगुरूओं काे आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम के सफलता के लिए सदस्याें के बीच जिम्मेवारी दी गई। जमीअत के जिला सचिव माैलाना आसिफुल्लाह ने कार्यक्रम के रूप रेखा के बारे बताया। बैठक में कहा गया कि जमीअत के ओर से सबाें काे निमंत्रण पत्र भेजा जाएगा। बैठक में सेंट्रल अंजुमन के सदर माे ग्यास,हाजी जावेद,डा. आलम,हाफिज शाैकत,लुकमान हैदर,माैलाना सेराज,जफर खान,माे इबरार,अली ईमाम,नाैशाद परवेज,सज्जाद अली सहित काफी संख्या में लाेग माैजूद थे।

Translate »
error: Content is protected !!