चैनपुर में एस एस बी के जवानों ने चलाया स्वच्छता अभियान शहर को स्वच्छ बनाने की लोगों से की अपील

चैनपुर:– सशस्त्र सीमा बल 32 वीं वाहिनी गुमला के कमांडेंट के निर्देशानुसार असिस्टेंट कमांडेंट अपूर्व आनंद के दिशा-निर्देश पर चैनपुर के सी०सी०ओ०बी के उपनिरीक्षक रवि कुमार धानका के द्वारा चैनपुर मुख्यालय के विभिन्न चौक चौराहों में एस एस बी के जवानों तथा ग्रामीणों ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता अभियान चलाते हुए मुख्यालय के बस स्टैंड,बस पड़ाव सहित कई जगहों पर साफ सफाई करते हुए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया वहीं सफाई अभियान को देखकर लोगों ने भी एस०एस०बी कंपनी का आभार प्रकट किया मौके पर उपनिरीक्षक रवि कुमार धानका ने कहा कि शहर एवं मुहल्ले को स्वच्छ रखना हंस सभी लोगों की जिम्मेदारी है।आप हमेशा अपने घर और आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखें गंदगी का अंबार लगने से शहर का वातावरण प्रदूषित तो होता ही है साथ में गंदगी से कई प्रकार की बिमारियों के फैलने का भी खतरा बना रहता है इसलिए हम सभी आमजनों का फर्ज है कि अपने आस पास के क्षेत्रों को हमेशा स्वच्छ बनाए रखें अपने घर , दुकान का जमा कचड़ा हमेशा कूड़ादान में ही डालें और अपने पड़ोस के लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करें तभी हमारे देश में स्वच्छ भारत मिशन का अभियान सफल हो पाएगा इस मौके पर मुख्य रूप से मुख्य आरक्षी अजय कुमार राय ,राजन कुमार, आरक्षी अमित कुमार सिंह, शैलेश कुमार यादव,सचितानंद, शशि कुमार सिंह, विनोद डबेरिया सहित एस एस बी के जवान मौजूद थे।

चैनपुर वन विभाग में जिप सदस्य द्वारा हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हुआ टार्च का वितरण

हाथियों के आक्रमण से बचाव के लिए हरसंभव व्यवस्था की जाएगी:–मेरी लकड़ा

चैनपुर:– चैनपुर प्रखंड के कुरुमगढ़ वन क्षेत्र कार्यालय परिसर में जीप सदस्य मेरी लकड़ा के द्वारा बरटोली, झारगांव,रैनटोली, फुलवार्टोली,परहटोली, बरवेनगर,रहमत नगर,शंख सेमरटोली,डिपा बुकमा तथा रामपुर बरटोली के बीच 20 किसानों के बिच ट्रॉच तथा फटाका का वितरण किया। वहि प्रभारी वनपाल बुधदेव बड़ाइक ने बताया की हाथी प्रभावती क्षेत्र में जिला कार्यालय से आए टॉर्च तथा पटाखे का वितरण किया गया।जिसमें सक्रिय बीस ग्रामीण और किसानों को ट्राॅच तथा पटाखा दिया गया।जहां हाथी के द्वारा घर को तोड़ा गया वहा किसान के द्वारा अंचल से कर्मचारी सत्यापन होती है।वही अगले बार आने वाले कुछ दिनों में चिन्हित किया गय किसानों तथा ग्रामीणों को दिया जायगा।उसे तुरंत जिला फॉरवर्ड कर आगे की करवाई के लिए भेजे दिया जाएगा।वही जिला परिषद मेरी लकड़ा ने कहा कि जिन किसानों का घर हाथी के द्वारा ध्वस्त हो गया है।उन सभी किसान अंचल में आवेदन देकर कर्मचारी से सत्यापन कर वन विभाग में आवेदन जमा करें।और वन विभाग इस पर जल्द से जल्द मौजूद दिलाने की कार्य करें।जिप सदस्य ने आगे बताया की वन विभाग हाथी भागने में सजग नजर आते हैं।जहां सूचना मिलती वहां वन विभाग की टीम पहुंच जाती है।वन विभाग की इस पहल से ग्रामीण काफी खुश दिखे मौके पर मुख्य रूप से उप प्रमुख प्रमोद खलखो,प्रभारी वनपाल बुधदेव बड़ाइक, वनरक्षक बिजेंद्र उराव सहीत ग्रामीण मौजूद थे।

स्वच्छता अभियान एवं पौधा रोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जन शिक्षण संस्थान विकास भारती विशुनपुर द्वारा कस्तूरबा आश्रम भरनो में कार्य किया गय।

भरनो:- जन शिक्षण संस्थान विकास भारती बिशुनपुर गुमला द्वारा कस्तूरबा आश्रम भरनो में स्वच्छता अभियान के तहत पौधा रोपण का कार्य किया गया।इस पौधारोपण का शुभारंभ आश्रम में प्रशिक्षण ले रहे विभिन्न प्रकल्पों की सहायक सौंदर्य देखभाल,सहायक पोशाक निर्माता एवं सहायक कंप्यूटर ऑपरेटर के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा किया गया। पौधारोपण के पूर्व प्रशिक्षणार्थियों के बीच पर्यावरण एवं स्वच्छता के महत्व पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए डॉ. सीके शर्मा द्वारा जानकारी दी गई,कि विकास के इस दौर में जिस तरह से पेड़ पौधे काटे जा रहे हैं उस अनुपात में पौधा लगाने का कार्य नहीं हो पा रहा है,साथ ही हम सभी अभी भी जहां-तहां गंदगी फैलाने का काम कर ही रहे हैं,इसमें हम आपको मिलकर अपने दैनिक व्यवहार में बदलाव लाने की आवश्यकता है।चुंकि जीवन को स्वस्थ रखने के लिए पेड़ पौधे तथा स्वच्छ वातावरण बहुत जरूरी है।आज आप खुद पौधा लगा रही है तो इसके प्रति आपका लगाव होगा। आप इसे कभी भी नष्ट न करेंगे, क्योंकि इसमें आपकी परिश्रम व मेहनत शामिल है।इसे आगामी 2 अक्टूबर तक महात्मा गांधी के जन्मदिवस तक अपने घर अपने आस-पड़ोस अपने सगे संबंधी के बीच में इस पर चर्चा भी करेंगे ताकि कोई भी कार्यक्रम करने के पीछे जो उद्देश्य होते हैं वह सफल हो सके।हमारा उद्देश्य स्वच्छ वातावरण स्वच्छ पर्यावरण तभी हम स्वस्थ मानव जन रहेंगे।कार्यक्रम में विजय भगत सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी,प्रशिक्षक शोभा कुमारी,लक्ष्मी कुमारी एवं सुखराम लोहारा,प्रशिक्षणार्थी मैहर अफरोज,मुस्कान फरहद, फूलमनी कुमारी,प्रीति कुमारी इत्यादि मौजूद थे।

महिला की मौत के बाद परिजनों से मिलने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश महासचिव शिव कुमार भगत

तीन दिन पूर्व भारी बारिश के कारण ईचा गांव में घर गिरने से एक महिला की हो गई थी।

घाघरा:– तीन दिन पूर्व भारी बारिश के कारण घाघरा थाना क्षेत्र के ईचा गांव में घर गिरने से एक महिला के मौत हो गई थी और एक बच्चा घायल हो गया था। वही परिजनों से मिलने ईचा गाँव पहुँचे कांग्रेस प्रदेश महासचिव कुमार भगत।इस दुख की घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया एवं परिजनों को हर संभव मदद करने का बात कही। शिव कुमार भगत ने घायल बच्चे को समुचित ईलाज के लिए एंबुलेंस के माध्यम से कल सदर हॉस्पिटल गुमला भेजने के बात कहीं ताकि घायल बच्चे की समुचित इलाज हो सके। वही शिव कुमार भगत ने दूरभाष के माध्यम से डॉक्टर से बात भी की ताकि घायल बच्चे की अच्छे से इलाज हो सके ।

चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में भारी बारिश से नौ घर ध्वस्त बाल बाल बचे लोग

जिन लाभुक अबुवा आवास व प्रधानमंत्री आवास के योग्य है उन्हे मै अधिकारी से बात कर दिलाने का कोसी करूंगी:– मेरी लकड़ा

जिप सदस्य मेरी लकड़ा पीड़ित से मिली हर संभव मदद की बात कही

चैनपुर:– चैनपुर प्रखंड के बरवेनगर सहित परहटोली में बारिश का तभी देखने को मील जहां गरीबों का आशियाना गिरा।पूरे झारखंड में हो रही आफत वाली बारिश का असर सभी जिलों में देखने को मिल रहा है लगातार चार दिनों से हो रही भारी बारिश से चैनपुर अनुमंडल क्षेत्र में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी नाले उफान पर ही वहीं अब घरों में भी पानी घुसना शुरू हो गया है। जिसके कारण मिट्टी से बने घर जमींदोज होते जा रहे हैं ताजा मामला बरवेनगर गांव का है जहां बरवेनगर निवासी इसराफील खान, अख्तर खान, संतोष साहु, जाकिर खान, शाहिद मिया एवं परहटोली निवासी कंचन भगत, बंधु रौतिया, बसरोपन बैगा, चमरू रौतिया का घर भारी बारिश के कारण पूरी तरह ध्वस्त हो गया हालांकि इसमें किसी प्रकार की जान माल की क्षति नहीं हुई है वहीं गांव के ग्रामीणों का घर भी बारिश के कारण ध्वस्त हो गया पिड़ितो ने बताया कि पिछले चार दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिसके कारण हमारे मिट्टी के घरों में पानी रिसने लगा जिसके बाद हमलोग सभी सुरक्षित जगहों पर रहने लगे फिर अचानक रात में घर गिर गया वहीं बरवेनगर स्कूल के तालाब वाला रास्ता भी बारिश से बह गया जिसको लोगों ने अपने पैसों से मरम्मत कर चलने लायक बनाया बताते चलें कि चैनपुर अनुमंडल क्षेत्र में बहने वाली नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है तलाब से लेकर कुएं एवं खेतों में भी पानी लबालब हो चुका है बारिश के कारण ग्रामीण इलाका टापू में तब्दील हो चुका है इधर ध्वस्त हो चुके घर मालिकों ने प्रखंड प्रशासन से आपदा प्रबंधन के तहत उचित मुआवजे की मांग की है। वाही मौके में पहुंची जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा ने पीड़ित से मिली जिनकी भी घर ध्वस्त हुआ है, वैसे लोग आवेदन संलग्न कर अंचल में जमा करे। जिन लाभुक अबुवा आवास व प्रधानमंत्री आवास के योग्य है उन्हे मै अधिकारी से बात कर दिलाने का कोसी करूंगी साथ ही हर संभव मदत करने की बात कही।

जंगली हाथियों के आतंक से परेशान जारी प्रखंड की सैकड़ों महिलाओं ने किया चैनपुर वन विभाग में धरना प्रदर्शन

जल्द मुआवजा वितरण करने एवं हाथियों को क्षेत्र से बाहर खदेड़ने और हाथी प्रभावित गांवों में मशाल,टार्च एवं पटाखे वितरण :– मेरी लकड़ा

चैनपुर:– चैनपुर अनुमंडल के जारी प्रखंड के लोगों ने जंगली हाथियों के द्वारा जारी प्रखंड क्षेत्र में लगातार उत्पात मचाने को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश देखने को मिला चैनपुर अनुमंडल के जारी प्रखंड के विभिन्न गांवों की सैकड़ों महिलाओं ने चैनपुर वन विभाग का धरना-प्रदर्शन हुए जल्द से जल्द क्षेत्र से हाथियों को बाहर खदेड़ने और पिड़ित किसानों को जल्द मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे महिलाओं का कहना है कि हम हर दिन डर के साए में जीने को मजबूर हैं आए दिन हाथियों का झुंड गांव में आकर फसल और घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं अभी तक बहुत से घरों और फसलों को हाथी नुकसान पंहुचा चुके हैं जिसका अभी तक पिड़ित किसानों को मुआवजा नहीं मिला है और न ही वन विभाग के द्वारा हाथियों को खदेडे़ने का प्रयास किया जा रहा है पहले सिर्फ एक हाथी का तांडव इस क्षेत्र में था अब पांच जंगली हाथियों का आतंक इस क्षेत्र में है गांव में बच्चे, बूढ़े महिलाएं सभी रतजगा करने को मजबूर हैं खेत में लगे मक्के एवं धान की फसल को बरबाद कर रहे हैं इधर महिलाओं ने वन विभाग को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द से जल्द जंगली हाथियों को नहीं खदेड़ा गया और पिड़ित किसानों को मुआवजा नहीं मिलता है तो हमलोग सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे इधर पूरे मामले पर प्रभारी वनपाल बुधदेव बड़ाईक ने कहा कि इस मामले में हमने डीएफओ को सूचना कर दी है जल्द ही पिड़ित किसानों को मुआवजा की राशि का वितरण किया जाएगा वहीं क्षेत्र से जंगली हाथियों को भगाने के लिए सभी प्रभावित गांवों में मशाल,मोबील का वितरण किया जाएगा वहीं हाथी भगाओ दस्ता की टीम भी गांव में पंहुच कर हाथियों को खदेडे़ने का काम करेगी इधर मामले की सूचना पर चैनपुर जिप सदस्य मेरी लकड़ा भी मौके पर पहुंची और फोन पर डीएफओ से बात कर जल्द मुआवजा वितरण करने एवं हाथियों को क्षेत्र से बाहर खदेड़ने की बात कही और हाथी प्रभावित गांवों में मशाल,टार्च एवं पटाखे वितरण करने की भी बात कही इस मौके पर जारी प्रखंड क्षेत्र के चटकपुर,रेंगारी,श्रीनगर सहित विभिन्न गांवों की सैकड़ों की संख्या में महिलाएं मौजूद थी।

प्रखण्ड सिसई में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर,मंगलवार को जनसभा का आयोजन।

सिसई:-जिला गुमला अंतर्गत,प्रखण्ड सिसई में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर,प्रखण्ड बचाव संघर्ष समिति के तत्त्वाधान में मंगलवार को जनसभा का आयोजन किया गया है।प्रखण्ड सिसई में प्रत्येक सरकारी कार्यों में हर जगह गड़बड़ी हो रही है।सभी सरकारी कार्यों में जमकर भ्रस्टाचार चल रही है।प्रखण्ड सिसई में सभी ग्रामीण जनता काफी त्रस्त हैं।दूर दराज क्षेत्रों से महिलाएं, पुरुष,बुजुर्ग ब्लॉक कोई कार्य के लिए आते हैं।लेकिन काम नहीं होता है।लौट कर वापिस चले जाते हैं।ब्लॉक का चक्कर काट-काट कर,ग्रामीणों बुजुगों का जूता-चपल घीस जा रहा है।फिर भी जल्दी कार्य नहीं होती है।विद्यार्थियों का जाति, आय और आवासीय प्रमाण पत्र बनाने में अँचल में रुपए ली जाती है।भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र में लिया जा रहा है।एवं दाखिल खारिज में जमकर राशि ली जाती है।साथ ही अँचल अधिकारी द्वारा,मेन रोड स्थित यूकेलिप्टस पेड़ को गलत तरीके नीलामी कर दी गई है।एवं आठ पेड़ काटने की जगह 36 पेड़ अवैध रूप से लकड़ी माफिया से मिलिभगत करके काट लिया गया।ओर लकड़ी माफिया पर,सिर्फ दिखावे के नाम पर,प्राथमिकी दर्ज हुई है, लेकिन 16 दिन बीत जाने के बाद भी लकड़ी माफिया खुले आम घूम रहा है।जो काफी निंदनीय है।अँचल अधिकारी द्वारा, मनमर्जी कार्य किया जा रहा है।साथ ही सरकारी जमीन में भी घेरा बन्दी एवं घर बनाकर कब्जा करा दिया जा रहा है।इस तरह,प्रखण्ड सिसई में काफी हद तक भ्रस्टाचार बढ़ गयी है।इसी को लेकर,प्रखण्ड बचाव संघर्ष समिति,सिसई के तत्वावधान में शोभायात्रा एवं जनसभा का आयोजन किया गया है।इस सम्बद्ध में मुख्यतः सयोंजक ने प्रेस वार्ता कर,जानकारी दिए।

चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जंगली हाथी के आतंक से लोग त्रस्त

ग्रामीण रात जगा करने में विवश है, वन विभाग के द्वारा कोई कारवाई देखने को नहीं मील रहा है।

चैनपुर:–चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जंगली हाथी के आतंक से लोग त्रस्त है। जंगलों से सटे इलाके के ग्रामीणव किसान परेशान हैं। आए दिन हाथी ग्रामीणों के घर को ध्वस्त कर किसानों की फसलों को तहस-नहस कर रहे हैं। सोमवार की रात लगभग 9 बजे जंगली हाथी को ग्रामीणों ने उसे बहुत ही मसक्त से खदेड़ा वही सुबह के एक बजे बरवेनाग मुंडा टोली गांव में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान हाथी ने किसान प्रेम प्रकाश कुजूर व मकियास कुजूर के घर को ध्वस्त कर दिया। हाथी के अचानक हमले से किसान प्रेम प्रकाश कुजूर व मकियास कुजूर अपने पूरे परिवार के साथ किसी प्रकार घर से भाग कर अपनी जान बचाया और गांव के अन्य ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। हाथी के हमले से घर में रखे घरेलू सामान दब कर बर्बाद हो गया। हाथी ने घर में रखे धान,चावल व अनाज को खाकर व छींटकर बर्बाद कर दिया।किसान प्रेम प्रकाश कुजूर व मकियास कुजूर ने बताया कि पिछले कुछ दिन से जंगली हाथियों ने बरवेनग के जंगल मे तीन हाथी का दस्ता है। वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहता है। जंगली हाथी के हमले से उन दोनो के घर पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। उक्त घर अब रहने की स्थिति में नहीं है।हाथी के द्वारा अनाज को भी चट कर जाने से परिवार के समक्ष खाने-पीने की समस्या भी उत्पन्न हो गई है। किसान ने बताया कि वन विभाग को जानकारी देने के बाद वनरक्षक मुआयना करने के लिए आए थे। किसान ने विभाग से मुआवजे की मांग की है। वही जिप सदस्य मेरी लकड़ा ने गांव पहुंच कर किसानों से मुलाकात की और दो बोरा चावल दी।उनकी समस्या को जानकारी ली और हर संभव मदद की बात कही।

बंद पड़े चापाकल को ग्रामीणों ने श्रमदान कर कराया चालू

कुएं का दूषित पानी पीने को थे विवश रामपुर पंचायत के सदान बुकमा के ग्रामीण

चैनपुर:– चैनपुर प्रखंड के रामपुर पंचायत के सदान बुकमा गांव में वर्षों से खराब पड़े चापाकल को ग्रामीणों ने श्रमदान कर चालू कराया उक्त चापाकल वर्षों से खराब पड़ा था। ग्रामीणों की मानें तो इसे ठीक करने हेतु पीएचईडी विभाग व पंचायत प्रतिनिधि से निरंतर गुहार लगाते रहे। बावजूद पूरे गर्मी गुजर जाने के बाद भी इसे ठीक नहीं किया गया। जिसके कारण इस बरसात में ग्रामीण आसपास के कुएं का पानी पीने को विवश है गांव में सोलर जलमिनार लगाया गया है परन्तु वह हाथी की दात साबित हो रही है। बताते चले की उस गांव में जंगली हाथी का रात को आना जाना लगा रहता है, ग्रामीण रत जगा करने में विवश है। पर ना तो सरकार कुछ पहल करती और नहीं प्रखंड प्रशाशन। पत्रकारों के द्वारा विभिन्न चैनल तथा अखबारों में खबर प्रकाशित किया गया पर ग्रामीणों का बात सुनने कोई अधिकारी तक नहीं पहुंचे।ग्रामिणो का कहना है कि वर्षा के मौसम में यहां के नदी-नाले भर जाते है, जिससे यहां का पानी लाल हो जाता है। ऐसे में यहां पेयजल की भारी समस्या हो जाती है। इसी को ध्यान में रखकर गांव के ग्रामीणों ने चापाकलो बनाने वाले मिस्त्री को अपने खर्च कर बुलाया एवं ग्रामीणों की मदद से उक्त खराब चापाकल को ठीक कराने का कार्य किया।

डुमरी के सिरमी ग्राम में दो जंगली हाथियों ने दो घरों को किया क्षतिग्रस्त।

वन विभाग के निराशा जनक रवैए से ग्रामीणों में आक्रोश।

डुमरी:– डुमरी थाना क्षेत्र के खेतली पंचायत अंतर्गत सिरमी ग्राम में शुक्रवार रात्रि को दो जंगली हाथियों ने प्रभा देवी पति रामकिशुन चीक बड़ाईक एवं हेमावती देवी पति चंद्रु कवर के घर को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है साथ ही रामकिशुन चीक बड़ाइक के बारी में लगे मकई के फसल को भी रौंद कर पूरी तरह बरबाद कर दिया है। वहीं इसकी सूचना पर मुखिया आरती देवी एवं उपमुखिया जवाहर कवर मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को दो टार्च देते हुए उनके सहयोग से देर रात्रि तक हाथी को भगाने में ग्रामीणों के सहयोग किए। इस संबंध में खेतली मुखिया आरती देवी ने कहा की रात आठ बजे मुझे सिरमी गांव में हाथी आने की सूचना मिली तो मैं तत्काल उपमुखिया एवं ग्रामीणों के सहयोग से सिरमी गई जहां देखा की दो हाथी घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर रहे हैं, मैं मौके से ही वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी और आकर हाथी को भगाने में हमारी मदद करने की अपील की परंतु उनके द्वारा कोई पहल नहीं की गई। वहीं मैं ग्रामीणों को दो टार्च उपलब्ध कराई। हमलोग हड़ताल में होने के बावजूद भी देर रात तक ग्रामीणों के सहयोग हेतु सदा तत्पर रहते हैं लेकिन जिनकी ये जिम्मेवारी है वो क्षेत्र में झांकने तक नहीं आते। वहीं मुखिया ने सरकार द्वारा मिलने वाले क्षतिपूर्ति दिलाने हेतु पहल करने का पीड़ितों को भरोसा दिलाया है। वहीं गांव में हाथी के आने एवं उत्पात मचाने की सूचना तत्काल रात्रि नौ बजे के करीब चैनपुर वन विभाग के रेंजर जगदीश राम एवं अन्य वन कर्मियों को दूरभाष के माध्यम से दी गई जिसपर रेंजर के द्वारा फौरन हाथी भगाने वाली टीम को भेजने का आश्वासन दिया गया लेकिन उनका आश्वासन झूठा साबित हुआ और वन विभाग के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई पहल नहीं की गई। जबकि इससे एक सप्ताह पूर्व भी इसी पंचायत में इन्हीं हाथियों ने तीन घरों को क्षतिग्रस्त किया है जो सर्वविदित है। इसके बावजूद भी वन विभाग के इस निराशाजनक रवैए से क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश का भाव है। ग्रामीणों का आरोप है की सरकार के द्वारा वन विभाग के माध्यम से हाथी भगाने हेतु टार्च, पटाखे एवं टीम की व्यवस्था दी जाती है लेकिन यहां सब कागजी प्रक्रिया तक ही सिमट कर रह जाता है और ग्रामीण भय के वातावरण में रात रात भर जागकर अपने जानलमाल की सुरक्षा स्वयं करने को विवश हैं। मौके पर विकास कवर, बसंत चीक बड़ाइक, संदीप चिक बड़ाइक, बैजनाथ कवर, राजकुमार कवर, चंद्रु कवर, जागेश्वर साहु, धनसाय कवर सहित सैंकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।

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